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राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर हो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी: कैप्टन अभिमन्यु

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ही तस्वीर पर विवाद लगातार...
राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर हो अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी: कैप्टन अभिमन्यु

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना ही तस्वीर पर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। इसे लेकर हर रोज कोई न कोई नया बखेड़ा सामने आ रहा है। अब इस मामले में हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने एक नई मांग कर दी है। कैप्टन अभिमन्यु का कहना है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम राजा महेंद्र प्रताप के नाम पर रखा जाए।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, कैप्टन अभिमन्यु ने एक कार्यक्रम में एएमयू में जिन्ना की तस्वीर पर अपना विरोध जताते हुए कहा, “अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में उस व्यक्ति की तस्वीर लगी हुई है, जिसने देश के दो टुकड़े करा दिए। लेकिन राजा महेंद्र प्रताप सिंह की कोई तस्वीर नहीं है। मेरी मांग है एएमयू का नाम बदलकर राजा महेंद्र प्रताप विश्वविद्यालय कर देना चाहिए।”

अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने कार्यालय में तस्वीर की मौजूदगी पर सवाल उठाया था। जिसके बाद मामले ने काफी तूल पकड़ लिया।

एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने जिन्ना की तस्वीर विवाद को 'गैर-मुद्दा' बताया। उन्होंने मुंबई उच्च न्यायालय और गुजरात में साबरमती आश्रम में भी जिन्ना की तस्वीर होने की बात कही।

एएनआई से बात करते हुए, एएमयू के कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा, "जिन्ना का चित्र 1938 से यहां रहा है। जिन्ना की तस्वीर बॉम्बे हाईकोर्ट और साबरमती आश्रम और नेहरू संग्रहालय समेत कई स्थानों पर हैं। अब तक कोई भी इन तस्वीरों के बारे में चिंतित नहीं था; लगता है कि यह गैर-मुद्दा है।"

प्रोफेसर मंसूर ने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा आंदोलन का जिन्ना की तस्वीर से कोई संबंध नहीं था।

उन्होंने कहा, "वे शांति भंग करने के लिए एएमयू आए लोगों के खिलाफ विरोध कर रहे थे।"

इधर, भाजपा नेताओं का कहना है कि 1938 में लगी जिन्ना की तस्वीर को 1947 में देश का बंटवारा होने के बाद 1947 में क्यों नहीं हटाया गया?

बता दें कि जिन्ना साल 1938 में एएमयू आए थे। तब छात्रसंघ ने उन्हें यूनिवर्सिटी का आजीवन सदस्य बनाया था। उस समय से जिन्ना की यहां तस्वीर वहां लगी हुई है।

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