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पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार का फैसला- पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीना

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए। इसके बाद सरकार और...
पुलवामा हमले के बाद मोदी सरकार का फैसला- पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीना

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए। इसके बाद सरकार और सुरक्षा एजेंसियां ऐक्शन मोड में हैं। इस आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया है। शुक्रवार को कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी की  बैठक हुई। इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री भी मौजूद रहे। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने मीडिया को संबोधित किया।

बैठक के बाद अरुण जेटली ने कहा कि CCS ने पुलवामा हमले की समीक्षा की और इसपर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिन जवानों ने शहादत दी है उनपर देश को गर्व है। विदेश मंत्रालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए सभी संभावित कदम उठाएगा।  बैठक में हुए सभी फैसलों को बाहर नहीं बताया जा सकता है।

अरुण जेटली ने ऐलान किया कि भारत सरकार ने पाकिस्तान को दिया हुआ मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है। पाकिस्तान को कूटनीतिक स्तर पर घेरने की तैयारी की जा रही है।  भारत सरकार की ओर से शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी और पुलवामा हमले पर चर्चा की जाएगी। सर्वदलीय बैठक की अगुवाई गृह मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।

मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपी गई है। एनआईए की एक 12 सदस्यीय टीम शुक्रवार को हमले वाली जगह पर फोरेंसिक साक्ष्य जुटाएगी। इसमें एक आईजी रैंक के अफसर को भी शामिल किया गया है। दूसरी तरफ आतंकी हमले के बाद कश्मीर की सुरक्षा स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट कमेटी की  बैठक समाप्त हो गई है। इसमें रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, विदेश मंत्री और वित्त मंत्री भी मौजूद रहे। यह बैठक करीब एक घंटे तक चली। वहीं सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज कश्मीर के दौरे पर जाएंगे।

जम्मू से श्रीनगर जा रही सीआरपीएफ की 78 गाड़ियों के काफिले पर आतंकियों ने फिदायीन हमला कर दिया। इसे जम्मू कश्मीर में अब तक का सबसे बड़ा अटैक माना जा रहा है। इस काफिले में 2547 जवान शामिल थे। जैश-ए-मोहम्मद ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इससे पहले अक्टूबर 2001 में कश्मीर विधानसभा पर भी इसी तरह हमला हुआ था। इसमें 38 मौतें हुई थीं।

हमला करने वाले आतंकी की पहचान आदिल अहमद दार के रूप में हुई है। इस हमले की भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में कड़ी भर्तस्ना की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत सभी बड़े नेताओं, कई फिल्मी हस्तियों और सभी देशवासियों ने हमले की कड़ी निंदा की है।

श्रीनगर जाएंगे राजनाथ सिंह

गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की पूरी जानकारी लेने श्रीनगर जाएंगे। इसके अलावा वे यहां वरिष्ठ सुरक्षा और पुलिस अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। इसमें आगे की कार्रवाई पर चर्चा होगी।

श्रीनगर भेजे जाएंगे एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडो

जांच के लिए एनआईए के साथ नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) के एंटी टेरर एक्सपर्ट्स भी श्रीनगर जाएंगे। अधिकारियों के अनुसार, एनएसजी की ब्लैक कैट कमांडो फोर्स के विस्फोटक विशेषज्ञों की एक टीम भी जांच में एनआईए की मदद करेगी। बताया जा रहा है कि आतंकी ने जिस गाड़ी से सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया उसमें 100 किलोग्राम विस्फोट भरा था। 

भाजपा ने जम्मू बंद बुलाया, NC करेगी सपोर्ट

इस आतंकी हमले के बाद शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू बंद का आह्वान किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस भी इस बंद में शामिल होगी। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कई संगठन भी इस बंद का समर्थन कर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में भी शाम 6.30 बजे कैंडल मार्च निकाला जाएगा।

इस तरह हुआ अटैक

जैश के आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास कमांडो ने दोपहर 3:15 बजे यह फिदायीन हमला किया। उसने एक गाड़ी में विस्फोटक भर रखे थे। जैसे ही सीआरपीएफ का काफिला लेथपोरा से गुजरा, आतंकी ने रॉन्ग साइड से आकर अपनी गाड़ी जवानों से भरी बस से टकरा दी। जिस बस को हमले के लिए निशाना बनाया गया, वह 76वीं बटालियन की थी और इसमें 39 जवान सवार थे। बताया जा रहा है कि आदिल ने एक गाड़ी में 100 किलोग्राम विस्फोट भर रखा था। पुलवामा के काकापोरा का रहने वाला आदिल 2018 में जैश में शामिल हुआ था।

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