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जानिए इस वरिष्ठ आईएएस के बारे में जिनका 27 साल के करियर में 52वीं बार हुआ तबादला

हरियाणा सरकार ने 1991 बैच के वरिष्ठ नौकरशाह अशोक खेमका सहित नौ आईएएस अधिकारियों के तत्काल प्रभाव से...
जानिए इस वरिष्ठ आईएएस के बारे में जिनका 27 साल के करियर में 52वीं बार हुआ तबादला

हरियाणा सरकार ने 1991 बैच के वरिष्ठ नौकरशाह अशोक खेमका सहित नौ आईएएस अधिकारियों के तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण और तैनाती आदेश रविवार को जारी किये। खेल और युवा मामलों के विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है, जहां उन्हें पहले भी तैनात किया गया था। लगभग 15 महीने पहले खेल और युवा मामलों के विभाग में तैनात किये गये आईएएस अधिकारी खेमका का अब तक उनके कैरियर में 45 से अधिक बार तबादला हो चुका है।

हरियाणा कैडर के चर्चित आईएएस अधिकारी अशोक खेमका को लोकसभा चुनाव से पहले चल रहे तबादलों के दौर में यह एक और ट्रांसफर झेलना पड़ा है। आईएएसके सेवाकाल में खेमका का यह 52वां तबादला है। खेमका को खेल विभाग के प्रधान सचिव पद से हटा दिया गया है। अब वह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव का जिम्मा संभालेंगे। बीते साल नवंबर में उन्हें सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के प्रधान सचिव पद से हटाकर खेल एवं युवा मामले विभाग में तैनात किया था।

कौन है अशोक खेमका

खेमका 1991 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। उनके द्वारा विभागों में भ्रष्टाचार उजागर किए जाने के बाद वह बार बार हरियाणा के अपने गृह कैडर में विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा स्थानांतरित किये गये हैं।

अशोक खेमका का जन्म भारत के पूर्वोत्तर राज्य बंगाल की राजधानी कोलकाता में हुआ था। उन्होंने 1988 में आईआईटी खड़गपुर से स्नातक और टाटा मूलभूत अनुसंधान संस्थान, मुंबई से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी और एमबीए किया हुआ है।

इस वजह से हुए थे चर्चित

आईएएस अफसर खेमका का नाम 2012 में तब चर्चा में आया था, जब उन्होंने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति राबर्ट वाड्रा की कंपनी और रीयल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के बीच हुए जमीन सौदे को रद्द कर दिया था।

हर सरकार में हुआ है तबादला

बंसीलाल के नेतृत्व वाली हरियाणा विकास पार्टी की सरकार के दौरान खेमका के कई बार तबादले हुए। ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली इनलो की सरकार के दौरान खेमका का पांच साल में नौ बार तबादला हुआ। भूपेंदर सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस की सरकार के दौरान खेमका के कई बार तबादले हुए।  हर बार खेमका ने अपने तबादले को ले कर मीडिया में सरकार के प्रति नाराजगी जाहिर की। 

मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार के दौरान भी खेमका के कई बार तबादले हुए। 2017 नवम्बर में 26 वर्षों के सेवाकाल में 51 बार तबादला हुआ। अब की बार इन्हें अनिल विज के विभाग से भी रूखसत कर दिया गया है।

अपने तबादले पर क्या कहते हैं खेमका?

2017 में हुए तबादले के बाद बीबीसी को तबादले की वजह बताते हुए खेमका कहते हैं, "मैं एक सार्वजनिक सेवा में हूं और सार्वजनिक दायित्व का निर्वाह कर रहा हूं। कुछ लोग कहते हैं ये काम कर दो, मैं कहता हूं ये ग़लत है नहीं करूंगा। बस इतनी सी बात होती है। वो अपना दांव चलाते हैं मेरा तबादला करा देते हैं। ठीक है।"

उस दौरान अपने तबादले के बाद किए ट्वीट में खेमका ने कहा था, "बहुत योजनाएं थीं। एक और तबादले की ख़बर। एक बार फिर से क्रैश लैंडिंग। स्वार्थ निहित तत्व जीत गए। ये सब पहले देखा है। ये अस्थायी है। नई ऊर्जा के साथ फिर से काम करूंगा।"

 

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