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कोरोना काल में परीक्षा कराए जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की संशोधित गाइडलाइन

देश में जारी कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच परीक्षा कराए जाने को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को...
कोरोना काल में परीक्षा कराए जाने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की संशोधित गाइडलाइन

देश में जारी कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच परीक्षा कराए जाने को लेकर केंद्र सरकार ने गुरुवार को संशोधित मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है। बीते हफ्ते परीक्षा के लिए गाइडलाइंस जारी की गई थीं, जिनमें अब कुछ संशोधन किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपनी गाइडलाइंस में परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से लेकर परीक्षा कराने तक का तरीका बताया है।

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक, परीक्षा केंद्रों में दो लोगों की सीट के बीच छह फीट की दूसरी होनी जरूरी है। सभी परीक्षार्थियों को फेसमास्क लगाना जरूरी होगा। परीक्षा केंद्र में दाखिल होने के बाद थूकने पर पाबंदी होगी। सभी के पास आरोग्य सेतु ऐप होना जरूरी होगा। परीक्षा नियंत्रक सोशल डिस्टेंस्टिंग के नियम की जांच करेंगे। ऑनलाइन परीक्षा के बाद कंप्यूटर, माउस, की-बोर्ड, डेस्क को सैनिटाइज करना जरूरी होगा।

जारी निर्देश में कहा गया है कि यदि कमरों में एसी है तो सभी का तापमान 24 से 30 डिग्री होगा। परीक्षा कार्यक्रम की योजना क्रमबद्ध तरीके बनाई जाएगी ताकि परीक्षा केंद्र पर ज्यादा भीड़ जमा नहीं होने पाए। संस्थानों, परीक्षा संचालन अधिकारियों या परीक्षा केंद्रों को छात्रों और कर्मचारियों के लिए सेनिटाइजर, साबुन आदि की उचित व्यवस्था भी करनी होगी। परीक्षा केंद्रों पर अनिवार्य रूप से हाथों को साफ करने का और थर्मल स्क्रीनिंग की व्‍यवस्‍था होगी। 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर बड़ी संख्या में छात्र और उनके अभिभावक आते हैं। परीक्षा से जुड़े अन्य लोगों को भी लगातार वहां उपस्थित रहना होता है। इसलिए परीक्षा के आयोजन के दौरान सुरक्षा के मानकों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। मंत्रालय के दिशानिर्देशों में शारीरिक दूरी, मास्क लगाने के साथ ही समय-समय पर हाथ धोने और अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर के इस्तेमाल की बात कही गई है।

इसमें सभी को छींकते-खांसते समय मुंह ढकने, अपनी सेहत पर नजर रखने और यहां-वहां नहीं थूकने का भी निर्देश दिया गया है। कंटेनमेंट जोन के परीक्षार्थियों की परीक्षा के लिए विश्वविद्यालयों, शिक्षण संस्थानों और परीक्षा एजेंसियों को अन्य विकल्पों पर विचार को कहा गया है। यह भी कहा गया है कि परीक्षा केंद्र में इतनी जगह होनी चाहिए कि परीक्षार्थियों के बीच शारीरिक दूरी के प्रावधान का पालन किया जा सके। 


यही नहीं सभी स्टाफ और परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय अपने स्वास्थ्य को लेकर सेल्फ डिक्लेरेशन देना पड़ सकता है। इसके लिए प्रवेश पत्र देते समय फॉर्म दिया जा सकता है। परीक्षार्थियों को इस बारे में भी पहले से सूचना दे दी जाएगी कि प्रवेश पत्र के साथ उन्हें पानी की बोतल, हैंड सैनिटाइजर जैसी अन्य कौन-कौन की वस्तुएं लाने की अनुमति होगी।

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