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इस शख्स की वजह से सीबीआई में मचा है भूचाल, अस्थाना, वर्मा से लेकर सिन्हा तक आए लपेटे में

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) लंबे समय से विवादों में है। इस दौरान...
इस शख्स की वजह से सीबीआई में मचा है भूचाल, अस्थाना, वर्मा से लेकर सिन्हा तक आए लपेटे में

देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) लंबे समय से विवादों में है। इस दौरान सीबीआई निदेशक रहे आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच टकराव को पूरे देश ने देखा है। अब सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के 48 घंटे के अंदर ही उच्चस्तरीय चयन समिति ने जहां सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा का तबादला कर दिया। वहीं वर्मा ने अपनी नौकरी से इस्तीफा भी दे दिया। इस पूरी घटना के दौरान एक नाम लगातार उछलता रहा है जो वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच विवाद का बड़ा कारण है। वह नाम है मीट कारोबारी मोइन कुरैशी का। कुरैशी की वजह से पहले भी दो सीबीआई निदेशक लपेटे में आ चुके हैं। पूर्व सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा और एपी सिंह भी इस शख्स की वजह से विवादों में रहे हैं। मोइन कुरैशी ही वो शख्स है जिसके केस की वजह से सीबीआई की भीतरी लड़ाई सड़क पर आ गई।  

रामपुर में जन्मा मोइन अख्तर कुरैशी उत्तर प्रदेश के कानपुर से ताल्लुक रखता है। साल 1993 में उसने कानपुर और रामपुर में छोटा सा बूचड़खाना खोला था और जल्द ही वह देश का सबसे बड़ा मांस कारोबारी बन गया। अब वह विदेश में भी अपना मीट का कारोबार चला रहा है। 25 सालों से मोइन ने निर्माण और फैशन समेत कई क्षेत्रों में 25 से ज्यादा कंपनियां खड़ी कर लीं। उसने अपनी पढ़ाई दून स्कूल और सेंट स्टीफेंस से की थी। उसके खिलाफ कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार में शामिल होने के कई आरोप लगे और जांच हुई। इसके साथ-साथ उसने हवाला के जरिए बड़ा लेनदेन किया। उस पर सीबीआई अफसरों, राजनेताओं समेत कई अधिकारियों को रिश्वत देने के भी आरोप लगे।

वर्मा-अस्थाना विवाद और मोइन कुरैशी

कुरैशी की जांच के सिलसिले में अब आलोक वर्मा पर सवाल खड़े किए गए हैं। बताया जाता है कि इसी के चलते सरकार ने उनसे सभी अधिकार वापस ले लिए। दरअसल, अस्थाना ने आरोप लगाया है कि कुरैशी केस में राहत पहुंचाने के लिए वर्मा ने हैदराबाद के बिजनसमैन सतीश बाबू सना से 2 करोड़ रुपये की रिश्वत ली है। उधर, वर्मा ने अस्थाना के खिलाफ एफआईआर दायर की, जिसमें आरोप लगाया गया कि अस्थाना ने सना से 3 करोड़ रुपये की रिश्वत ली।

रंजीत सिन्हा से संबंध को लेकर 2014 में पहली बार उछला था नाम

कुरैशी का नाम सबसे पहले 2014 में सामने आया, जब यह पता चला कि 15 महीने में कुरैशी कम से कम 70 बार तत्कालीन सीबीआई चीफ रंजीत सिन्हा के घर पर गया था। हैदराबाद के बिजनसमैन सतीश बाबू सना ने पिछले साल ईडी को कथित तौर पर बताया था कि उसने सिन्हा के जरिए एक सीबीआई केस में फंसे अपने दोस्त को जमानत दिलाने के लिए 1 करोड़ रुपये कुरैशी को दिए थे। आरोपी या संदिग्ध के साथ मीटिंग करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सिन्हा को कड़ी फटकार लगाई थी। सिन्हा 2012 से 2014 तक एजेंसी के चीफ रहे और वह लगातार सभी आरोपों से इनकार करते रहे।

एपी सिंह को छोड़ना पड़ा पद

एपी सिंह 2010 से 2012 तक एजेंसी के हेड रहे। 2014 में पता चला कि कुरैशी और एक अन्य सीबीआई डायरेक्टर एपी सिंह के बीच मैसेज का आदान-प्रदान हुआ था। आयकर विभाग और ईडी ने मामले की जांच की और पिछले साल फरवरी में सीबीआई ने भी सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया, जिससे कुरैशी के साथ उनके संबंधों की जांच हो सके। आरोपों की वजह से सिंह को संघ लोक सेवा आयोग में सदस्य की अपनी पोस्ट छोड़नी पड़ी।

पीएम मोदी ने लगाए थे ये आरोप

पीएम नरेंद्र मोदी ने 2014 में अपनी रैलियों में आरोप लगाया था कि कुरैशी पर कांग्रेस आलाकमान का हाथ है इसीलिए जांच एजेंसियों के रडार पर होने बाद भी उससे कभी पूछताछ नही की गई।

लग्जरी लाइफस्टाइल वाले मोइन पर दर्ज हैं कई केस

देश-विदेश में दो दर्जन से ज्यादा कंपनियों के मालिक कुरैशी की प्रमुख कंपनी है एएमक्यू एग्रो जो मांस एक्सपोर्ट करती है। मोइन का दिल्ली के छतरपुर में एक शानदार फार्महाउस है जिसे जर्मनी के जाने माने आर्किटेक्ट जीन लुई ने डिजाइन किया था। जब मोइन कुरैशी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी ने जांच शुरू की थी, तब तैयार हुई चार्जशीट में बीवी नसरीन कुरैशी की लग्जरी लाइफस्टाइल का भी जिक्र था। 2011-2014 के बीच जांच एजेंसियों के अफसरों को भी विदेशी महंगे गिफ्ट से उपकृत करने का आरोप था। रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ था कि न्यूयॉर्क, पेरिस और लंदन के महंगे होटलों में रहने के दौरान नसरीन ने महंगे साजोसामान खरीदे।

ईडी ने साल 2015 में कुरैशी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की एफआईआर दर्ज की थीं। टैक्स चोरी, मनी-लॉन्ड्रिंगऔर भ्रष्टाचार के अन्य मामलों में भी इनकम टैक्स विभाग और सीबीआई कुरैशी के खिलाफ जांच कर रही हैं। अक्टूबर 2016 में कुरैशी दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इमिग्रेशन के अफसरों को झांसा देकर दुबई फरार हो गया था।

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