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दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता फिर गंभीर स्तर पर, कई इलाकों में एक्यूआई 500 के पार

राजधानी दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना एक बार फिर से मुश्किल हो रहा है। प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना...
दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता फिर गंभीर स्तर पर, कई इलाकों में एक्यूआई 500 के पार

राजधानी दिल्ली-एनसीआर में सांस लेना एक बार फिर से मुश्किल हो रहा है। प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है। दिल्ली में ऑड-ईवन का आज आखिरी दिन भी है और और इतने दिनों की कवायद के बावजूद राजधानी में हवा का स्तर अब भी खतरनाक स्तर पर बना हुआ है। शुरुआती दिनों में प्रदूषण में आई मामूली कमी के बाद पिछले दो-तीन दिनों से हालात और बदतर हो रहे हैं। शुक्रवार की बात की जाए तो राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्ट 500 के ऊपर बना हुआ है जो बेहद ही गंभीर स्तर है। लोधी रोड पर जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 500 के ऊपर है, वहीं आईटीओ पर यह 489 के स्तर पर नजर आया। आरके पुरम में 898, गाजियाबाद में 516, नरेला में 800 और मुंडका में 818 के स्तर पर बना हुआ है। प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए आज भी दिल्ली-एनसीआर में स्कूलों की छुट्टी रखी गई है।

इससे पहले गुरुवार को भी दिल्ली, हरियाणा और पंजाब स्मॉग की चादर में लिपटे रहे। इसकी वजह से दृश्यता बेहद कम रही। राजधानी दिल्ली में सुबह आठ बजे दृश्यता महज 500 मीटर दर्ज की गई। दिन में भी 800 मीटर से अधिक नहीं बढ़ पाई। सामान्य तौर पर इसका स्तर ढाई हजार से तीन हजार मीटर तक रहता है।

 

कब मिलेगी राहत

 

प्रदूषण का पूर्वानुमान करने वाली एजेंसियों के मुताबिक, 15 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर इसी तरह घुटते रहेंगे। हालांकि पराली का धुंआ गुरुवार से कुछ कम हो सकता है। इससे पहले 2016 के नवंबर को सबसे ज्यादा प्रदूषित माना जाता था। उस दौरान दिवाली के बाद प्रदूषण स्तर लगातार 13 से 14 दिनों तक गंभीर श्रेणी में रहा। लेकिन 2019 में नवंबर उस रेकॉर्ड को भी तोड़ता दिखाई दे रहा है।

 

शुक्रवार तक स्कूल बंद

 

हालात के मद्देनजर दिल्ली-एनसीआर में सभी स्कूल गुरुवार और शुक्रवार को बंद रहेंगे। प्रदूषण की रोकथाम से जुड़ी कमिटी ईपीसीएके इस आदेश को दिल्ली, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और फरीदाबाद जिला प्रशासन ने मान लिया है।

ऑड-ईवन योजना का आज आखिरी दिन, बढ़ाए जाने के आसार 

राजधानी दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार द्वारा 4 नवंबर से शुरू की गई ऑड-ईवन योजना का आज आखिरी दिन है। स्कीम को आगे बढ़ाए जाने के आसार हैं। पिछले दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके संकेत दिए थे। कहा गया था कि जरूरत पड़ने पर इस योजना को आगे बढ़ाया जा सकता है। इस बार सीएनजी गाड़ियों को भी ऑड-ईवन के दायरे में रखा गया है, लेकिन अभी इस पर कोई फैसला नहीं हुआ है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रदूषण के मुद्दे पर केजरीवाल को आड़े हाथों लिया।

 

नहीं रुक रहीं पराली जलाने की घटनाएं

 

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी दिल्ली से सटे राज्यों में पराली जलाने के कई मामले सामने आए हैं। एक अक्टूबर से 12 नवंबर तक पंजाब में पराली जलाने के 46 हजार 211,  वहीं हरियाणा में 5 हजार 807 मामले सामने आए हैं। सरकार की वायु गुणवत्ता पर नजर रखने वाली सफर के मुताबिक फिलहाल 22 प्रतिशत प्रदूषण पराली जलाने की वजह से है।

 

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