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भारत में अब तक कोरोना वायरस के 107 मामलों की पुष्टि, चार पड़ोसी देशों से सटे बॉर्डर सील

भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक इस संक्रमण के 107 मामलों की आधिकारिक पुष्टि हुई...
भारत में अब तक कोरोना वायरस के 107 मामलों की पुष्टि, चार पड़ोसी देशों से सटे बॉर्डर सील

भारत में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अब तक इस संक्रमण के 107 मामलों की आधिकारिक पुष्टि हुई है। जबकि इस वारयरस से दो लोगों की मौत हुई है। वहीं कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे 234 भारतीय और इटली में फंसे 218 भारतीय स्वदेश पहुंच गए हैं। वायरस के प्रकोप को देखते हुए सरकार ने अपने बॉर्डर को सील करने का फैसला किया है। आज से बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और म्यांमार बॉर्डर से आवागमन पर रोक लगा दी गई है।

रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 14 नए मामलों के साथ भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 107 तक पहुंच गई है।  केंद्र ने आगे कहा कि इन पीड़ितों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इस दौरान विशेष तौर पर उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और हरियाणा जैसे राज्यों ने घातक वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया है। 

वहीं सरकार ने भारत-नेपाल, भारत-बांग्लादेश, भारत-भूटान, भारत-म्यांमार सीमा को सील करने का आदेश दिया है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में शनिवार को एक नोटिस जारी किया है। नोटिस के मुताबिक शनिवार यानी 14 मार्च रात 12 बजे के बाद से सभी यात्रियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस में कहा गया, 'चेकप्वाइंट के जरिए सभी यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। यह नियम भारत-नेपाल, भारत-बांग्लादेश, भारत-भूटान और भारत-म्यांमार सीमा पर लागू होती है। जबकि भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को रविवार (15 मार्च) रात 12 बजे से बंद किया जाएगा।

जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अलग-अलग राज्यों ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। एम्स ने भी में एक 24/7 हेल्पलाइन नंबर 9971876591 जारी किया है। जबकि केन्द्रीय हेल्पलाइन नंबर 011-23978046 है।

 

स्वदेश लौटे ईरान में फंसे भारतीय

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को बताया कि कोरोना वायरस से प्रभावित ईरान में फंसे 234 भारतीय स्वदेश पहुंच गए हैं। इन भारतीयों में 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ईरान में फंसे 234 भारतीय भारत पहुंच गए हैं जिनमें 131 छात्र और 103 श्रद्धालु हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘राजदूत धामू गद्दाम और ईरान में भारतीय टीम के प्रयासों के लिए उनका शुक्रिया। ईरानी अधिकारियों का शुक्रिया।’’ ईरान से भारतीयों का तीसरा जत्था रविवार तड़के पहुंचा। 44 भारतीय श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था शुक्रवार को ईरान से यहां पहुंचा था। ईरान कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में शामिल है और सरकार वहां फंसे भारतीयों को वापस लाने की योजनाओं पर काम कर रही है। ईरान से 58 भारतीय श्रद्धालुओं का पहला जत्था मंगलवार को लौटा था।

इटली से एयर इंडिया के विशेष विमान से 218 लोग दिल्ली पहुंचे

कोरोना वायरस से यूरोप का सबसे ज्यादा प्रभावित देश इटली से एयर इंडिया का विशेष विमान 218 लोगों को लेकर दिल्ली पहुंच गया है। इसमें 211 छात्र शामिल हैं। सभी को 14 दिनों तक कोरंटाइन में रखा जाएगा। केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने इसकी जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि संकट में भारतीयों तक पहुंचने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। बता दें कि इटली में कोरोना वायरस से 1,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। वहीं, 21,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए हैं।

कोरोना के कारण करतारपुर कॉरिडोर बंद

कोरोना के खतरे को देखते हुए करतारपुर कॉरिडोर भी बंद करने का फैसला लिया गया है। हालांकि कोरोना के कराण तीर्थयात्रियों की संख्या में भी भारी गिरावट आई है।

कल इटली में फंसे 21 यात्रियों को लाया गया था केरल

कोरोना वायरस से प्रभावित इटली में फंसे हुए 21 यात्रियों को शनिवार को केरल लाया गया जिसके बाद उन्हें जांच के लिए अलुवा अस्पताल ले जाया गया। गौरतलब है कि कई भारतीय यात्री टिकटें होने के बावजूद यूरोपीय देश में फंसे हुए हैं। डीजीसीए ने एक परिपत्र जारी कर शर्त लगाई थी कि इटली या दक्षिण कोरिया से आने वाले और भारत में प्रवेश करने के इच्छुक यात्रियों को इन देशों से कोविड-19 के लिए जांच में संक्रमित न पाए जाने का प्रमाण पत्र लेना होगा। इसके बाद इटली के अधिकारियों और अमीरात की एयरलाइनों ने उन्हें लाने से इनकार कर दिया था। इटली में एक हवाईअड्डे पर फंसी एक महिला को केरल की टिकट बुक कराने के बाद एक वीडियो में कहते हुए सुना गया, ‘‘हम कहां जाए?’’ यह वीडियो वायरल हो गई। उसके जैसे कई यात्रियों को अपने गृह राज्य केरल लाने के लिए अनुरोध करते हुए सुना गया। एक अन्य महिला यात्री ने वीडियो में कहा, ‘‘हम इटली में काम करने के लिए केरल से आए। हम प्रवासी हैं...हमने अपनी नौकरियों और घरों को छोड़ दिया...आप बताए हमें क्या करना चाहिए? अपने राज्य के अलावा हम कहां जाएंगे?’’ इटली में हवाईअड्डों पर फंसे 300 भारतीयों में बच्चे और गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।

आधे देश में बंद हैं स्कूल-कॉलेज

कोरोना वायरस के कारण से देश के आधे राज्यों में स्कूल-कॉलेज 31 मार्च तक बंद कर दिए गए हैं। इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़, जम्मू, हरियाणा और केरल भी शामिल हैं। कोरोना का प्रकोप बढ़ने के कारण सरकार एहतियाती कदम उठा रही है। सरकार ने लोगों से अपील की है कि वे बाहर के देशों की यात्रा न करें। सरकार ने बड़े स्तर पर क्वैरंटाइन और लैब्स का काम भी शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र ने स्कूल-कॉलेज के साथ मॉल भी बंद करने का आदेश दिया है।

कोरोनो आपदा घोषित

कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने इसको आपदा घोषित कर दिया है। लिहाजा सरकार पीड़ितोें के इलाज का पूरा खर्च उठाएगी। इससे निपटने के लिए राज्य सरकारें आपदा राहत कोष का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। सरकार ने बॉर्डर सील करने के साथ ही कहा है कि अगर कोई यूएन का व्यक्ति या फिर डिप्लोमैट वैलिड वीजा के साथ आना चाहता है तो उसे अटारी-वाघा बॉर्डर से अनुमति दी जा सकती है। हालांकि उसे भी स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। सरकार ने पहले ही बता दिया है कि भारत-बांग्लादेश क्रॉस बॉर्डर ट्रेनें और बसें 15 अप्रैल तक सस्पेंड रहेंगी। इनकी तारीख और भी बढ़ाई जा सकती है।

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