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केंद्र ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सड़क दुर्घटना की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा

केंद्र ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सड़क दुर्घटना की जांच का जिम्मा मंगलवार को सीबीआई को सौंप दिया...
केंद्र ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सड़क दुर्घटना की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा

केंद्र ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की सड़क दुर्घटना की जांच का जिम्मा मंगलवार को सीबीआई को सौंप दिया है। उत्तरप्रदेश के रायबरेली में एक बेकाबू ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी थी, जिससे उसमें सवार पीड़िता और उसके वकील गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि उसकी दो रिश्तेदारों की मौत हो गयी।

कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग के एक आदेश में कहा गया है कि दुर्घटना के लिए ‘उकसाने और इसकी साजिश’ की जांच के लिए यह मामला जांच एजेंसी को सौंप दिया गया है। युवती ने भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। सीबीआई दुष्कर्म मामले की पहले से जांच कर रही है।

रविवार को रायबरेली में तेज गति से जा रहे ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी, जिसमें युवती, उसकी रिश्तेदार और वकील सवार थे। उत्तरप्रदेश पुलिस ने दुर्घटना मामले में सोमवार को सेंगर और नौ अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। उत्तरप्रदेश के बांगरमऊ से चार बार के विधायक सेंगर को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था।

परिजनों ने सीजेआई को लिखी थी चिट्ठी

पीड़िता के कार दुर्घटना में बुरी तरह जख्मी होने से कुछ दिन पहले ही उसके परिजनों ने प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई को पत्र लिखकर इस मामले के आरोपियों द्वारा कथित रूप से धमकी दिये जाने और उनसे अपनी जान को खतरा होने की आशंका व्यक्त की थी। सुप्रीम कोर्ट के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पीड़िता के परिजनों द्वारा हिन्दी में लिखा गया यह पत्र प्रधान न्यायाधीश के कार्यालय में प्राप्त हुआ था। प्रधान न्यायाधीश ने सेक्रेटरी जनरल को इस पत्र के आधार पर एक नोट तैयार कर पेश करने का आदेश दिया है। लखनऊ में केजीएमयू ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों के मुताबिक, 19 वर्षीया दुष्कर्म पीड़िता अभी भी वेंटिलेटर पर है। मंगलवार रात उसकी हालत को ‘स्थिर’ बताया गया। वकील भी वेंटिलेटर पर हैं।

राजनीतिक दलों ने सरकार को घेरा

कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल होने का मुद्दा लोकसभा में भी उठाया। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बसपा और द्रमुक ने सदन से वाकआउट किया। कांग्रेस, सपा, बसपा ने इस विषय पर संसद के बाहर भी भाजपा को घेरने की कोशिश की और आरोप लगाया कि भाजपा अपने विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को ‘‘संरक्षण’’ दे रही है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘ईश्वर के लिए, प्रधानमंत्री जी, इस अपराधी और उसके भाई को आपकी पार्टी से मिल रही राजनीतिक शक्ति छीनी जाए। अब भी बहुत देर नहीं हुई है।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘कुलदीप सेंगर जैसे लोगों को हम राजनीतिक सत्ता की ताकत और संरक्षण क्यों देते हैं और पीड़िता को अपनी जिंदगी के लिए लड़ने में अकेले क्यों छोड़ देते हैं? ’’

बसपा अध्यक्ष मायावती ने ट्वीट कर कहा ''स्थानीय भाजपा सांसद साक्षी महाराज का जेल में बलात्कार के आरोपी भाजपा विधायक से मिलना, यह प्रमाणित करता है कि सामूहिक बलात्कार के आरोपियों को लगातार सत्तारूढ़ भाजपा का संरक्षण मिल रहा है। यह इंसाफ का गला घोंटने जैसा है। सुप्रीम कोर्ट को इसका संज्ञान जरूर लेना चाहिये।'' सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी लखनऊ स्थित ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर पीड़िता का हाल जाना और उसके परिजन से मुलाकात की। उन्होंने दुर्घटना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

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