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कुणाल कामरा पर 6 महीने नहीं 30 दिन का ही बैन लगा सकती थी कंपनियां, अब DGCA ने दी ये सफाई

मुंबई-लखनऊ की उड़ान के दौरान कथित तौर पर पत्रकार अर्नब गोस्वामी के साथ दुर्व्यवहार वाला वीडियो सामने...
कुणाल कामरा पर 6 महीने नहीं 30 दिन का ही बैन लगा सकती थी कंपनियां, अब DGCA ने दी ये सफाई

मुंबई-लखनऊ की उड़ान के दौरान कथित तौर पर पत्रकार अर्नब गोस्वामी के साथ दुर्व्यवहार वाला वीडियो सामने आने के बाद एक के बाद एक चार एयरलाइन्स कंपनियों ने अपने विमानों के जरिए कामरा की यात्रा पर रोक लगा दी है। इनमें गो एयर, एयर इंडिया, इंडिगो एयरलाइन और स्पाइस जेट शामिल हैं। बताया जा रहा है कि दो अन्य एयरलाइन्स भी इस पर विचार कर रही हैं। दरअसल, इंडिगो की मुंबई से दिल्ली जाने वाली फ्लाइट 6ई5317 में कुणाल ने अर्णब से सवाल पूछे थे और इसका वीडियो शेयर किया था। इसके बाद इंडिगो ने कुणाल पर 6 महीने का प्रतिबंध लगाया है। वहीं, तीन अन्य कंपनियों ने अगले आदेश तक कामरा की यात्रा पर बैन लगाया है। वहीं, उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि दूसरों की यात्रा में खलल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और दूसरी एयरलाइंस भी इंडिगो की तरह ही एक्शन लें।  

क्या कहता है नियम 

एयरलाइन्स कंपनियों द्वारा कामरा की यात्रा पर प्रतिबंध लगाए जाने के बीच सवाल उठ रहे हैं कि क्या उन पर की गई कार्रवाई नियमों के मुताबिक हुई है या नहीं? तो बता दें कि एयरलान्स कंपनियों द्वारा की गई कार्रवाई नियमों के मुताबिक नही है। ऐसा इसलिए क्योंकि 2017 के डीजीसीए के नियम के अनुसार, अगर कोई यात्री फ्लाइट में दुर्व्यवहार करता है तो उसके खिलाफ विमान का जो चालक होता है उसकी शिकायत के आधार पर एक कमेटी बनाई जाती है, जो पूरे मामले की जांच करती है। कमेटी को 30 दिन के अंदर उस शिकायत पर फैसला लेना होता है। जब तक कमेटी कोई फैसला नहीं लेती उस अवधि तक एयर लाइन्स कंपनियां यात्री को 30 दिन तक के लिए उड़ान के लिए प्रतिबंधित कर सकती हैं। इससे ज्यादा समय के लिए वह प्रतिबंध नहीं लगा सकती। यह डीजीसीए का पैरा नंबर 6.3 नियम कहता है।

 

हालांकि इस बीच विमानन नियामक डीजीसीए के प्रमुख अनिल कुमार ने इसे लेकर बयान जारी कर बताया कि कॉमेडियन पर की गई कार्रवाई पूरी तरह से नियमों के अनुरुप है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) प्रमुख अनिल कुमार ने अपने एक बयान में कहा, 'यह दोहराया जाता है कि एयर लाइनों की ओर से की गई कार्रवाई उदंड यात्रियों से निपटने के लिए नागर विमानन आवश्यकता (सीएआर) की धारा -3, श्रेणी एम, खंड छह के पूरी तरह अनुरुप है।'

आंतरिक समिति 30 दिन के अंदर अपना अंतिम निर्णय देगी

बयान में कहा गया, 'सीएआर के पैरा 6.1 के मुताबिक, अब मामले को आंतरिक समिति को भेजा जाना चाहिए। आंतरिक समिति 30 दिन के अंदर अपना अंतिम निर्णय देगी और लिखित में कारण बताएगी, जो संबंधित एयरलाइन के लिए बाध्यकारी होगा। इसी सीएआर में विभिन्न प्रकार के उदंड व्यवहार के लिए सजा भी निर्धारित है और आंतरिक समिति को इसका पालन करना होगा।'

जानिए क्या बोले थे केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी

ये मामला सामने आने के बाद कुणाल कामरा के विषय में बात करते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इंडिगो को रीट्वीट करते हुए लिखा- ''एयरलाइंस में आपत्तिजन व्यवहार और दूसरों की यात्रा में खलल डालना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। अन्य यात्रियों की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाता है। ऐसे में हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचता। मेरी सलाह है कि बाकी एयरलाइंस को भी ऐसा ही प्रतिबंध लगाना चाहिए।''

हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा था कि आपत्तिजनक व्यवहार जो उकसावे वाला हो और विमान के अंदर अराजकता पैदा करता हो, वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और हवाई यात्रा करने वाले लोगों की जिंदगियों को खतरे में डालने वाला है।

सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभव सिन्हा का ये ट्वीट

कुणाल कामरा पर चारों एयर लाइन्स (गो एयर, एयर इंडिया, इंडिगो एयरलाइन और स्पाइस जेट) द्वारा बैन लगाए जाने के बाद बॉलीवुड डायरेक्टर अनुभव सिन्हा ने इस पर ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। अनुभव सिन्हा ने अपने ट्वीट में इस बात का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार आपको डराना चाहती है।

उन्होंने लिखा, 'इस पर विचार करें, कल्पना कीजिए कि इन्होंने कुणाल कामरा के खिलाफ कुछ न किया होता। कुछ भी नहीं। हम में से 70 प्रतिशत लोग कह रहे हैं कि कुणाल गलत है। उन पर बैन लगाने के बाद 70 प्रतिशत लोग कह रहे हैं कि सरकार गलत है। क्या आपको लगता है कि सरकार को नहीं पता था कि ऐसा कुछ होगा? वह नहीं चाहते कि आप सहमत हों। वह आपको डराना चाहते हैं। झुकाना चाहते हैं।' अनुभव सिन्हा का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है, साथ ही लोग इसपर जमकर अपनी प्रतिक्रियाएं भी दे रहे हैं।

सोशल मीडिया में एयरलाइंस के एक्शन पर डिबेट

कामरा पर प्रतिबंध को लेकर सोशल मीडिया में डिबेट शुरू हो गई। यह मुद्दा बुधवार को ट्विटर के टॉप ट्रेंड में भी आया। कई यूजर्स ने एयरलाइन कंपनियों पर यात्रियों के साथ दोहरा रवैया रखने का भी आरोप लगाया। एक यूजर ने रिपब्लिक चैनल की एक रिपोर्टर का पुराना वीडियो शेयर किया कि कैसे वह एक फ्लाइट में राजद नेता तेजस्वी यादव से सवाल पूछ रहती हैं। लेकिन कार्रवाई सिर्फ कॉमेडियन के खिलाफ होती है। तेजस्वी ने खुद यही वीडियो ट्वीट किया।

कई लोगों ने एयरलाइन्स को घेरे में लेकर मंत्री हरदीप से सवाल पूछा कि अगर कुणाल के साथ ऐसा व्यवहार हो रहा है तो बाकियों के साथ क्यों नहीं?

कामरा ने 2013 से की स्टैंडअप कॉमेडी की शुरुआत

बता दें कि कॉमेडियन कुणाल कामरा मुंबई बेस्ड कॉमेडियन है और उनका पॉलिटिकल-कॉमेडी पॉडकास्ट 'स्टैंड अप या कुणाल' काफी पॉपुलर रहा है। कुणाल कामरा ने आठ साल तक विज्ञापन जगत में काम करने के बाद 2013 में स्टैंडअप कॉमेडी की शुरुआत की थी

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