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सियाचिन में 19 हजार फुट की ऊंचाई पर हिमस्खलन, 4 जवान शहीद, 2 पोर्टरों की भी मौत

सियाचिन ग्लेशियर में सोमवार को हुए हिमस्खलन की चपेट में आकर 4 जवान शहीद हो गए, जबकि दो पोर्टरों की भी मौत...
सियाचिन में 19 हजार फुट की ऊंचाई पर हिमस्खलन, 4 जवान शहीद, 2 पोर्टरों की भी मौत

सियाचिन ग्लेशियर में सोमवार को हुए हिमस्खलन की चपेट में आकर 4 जवान शहीद हो गए, जबकि दो पोर्टरों की भी मौत हो गई। दो अन्य जवानों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और इन सभी को चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में 19,000 फुट की ऊंचाई पर सोमवार दोपहर 3 बजे के आसपास हिमस्खलन हुआ, जिसमें गश्‍ती दल के 6 जवान समेत 8 लोग फंस गए। जवानों को बचाने के लिए सेना ने तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। खराब मौसम के बीच चलाए गए सर्च ऑपरेशन में इन जवानों को बर्फ से निकाला गया था। इनमें सात की हालत गंभीर थी। इलाज के दौरान छह की मौत हो गई। इनमें चार जवान और दो पोर्टर शामिल हैं, जिन्होंने काफी देर तक बर्फ में दबे रहने के कारण दम तोड़ दिया। अधिकारी ने कहा कि सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद, चार सैनिकों और दो असैनिक पोर्टर्स हाइपोथर्मिया का शिकार हो गए।

दो जवानों का इलाज अब भी जारी

सेना के सूत्रों के मुताबिक, हिमस्खलन में फंसे दो अन्य जवानों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है और इन सभी को चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है। ये सभी जवान सेना की उस गश्‍ती टीम का हिस्सा हैं जो सोमवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे सियाचिन के उत्तरी छोर की ओर पेट्रोलिंग करने गए थे।

सबसे कठिन क्षेत्र

कराकोरम क्षेत्र में लगभग 20 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर में तैनात जवान दुश्मनों की गोलीबारी में कम हिमस्खलन और अन्य मौसमी घटनाओं में ज्यादा जान गंवाते हैं। जवानों को यहां फ्रॉस्टबाइट (ज्यादा ठंड से शरीर के सुन्न हो जाने) और तेज हवाओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही यहां तापमान शून्य से 60 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है।               

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