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गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला 'यास', बंगाल में 2 की मौत; तड़के चार बजे ओडिशा तट से टकराने के आसार

भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार तड़के ओडिशा के उत्तरी तटीय जिलों धर्मा और बालासोर तक पहुंचने...
गंभीर चक्रवाती तूफान में बदला 'यास', बंगाल में 2 की मौत;  तड़के चार बजे ओडिशा तट से टकराने के आसार

भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ के बुधवार तड़के ओडिशा के उत्तरी तटीय जिलों धर्मा और बालासोर तक पहुंचने के अनुमान के मद्देनजर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम और तेज कर दिया गया है तथा अब तक दो लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में पहुंचा दिये गये हैं। वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि यास तूफान की वजह से साढे ग्यारह लाख लोगों को निकाला जा चुका है। उन्होंने बताया कि 2 लोगों की करंट से मौत हो गई जबकि हुगली और नॉर्थ 24 परगना जिलों के 80 घरों को नुकसान पहुंचा है.।यास तूफान की वजह से बुधवार की सुबह साढे आठ बजे से शाम पौने आठ बजे तक कोलकाता एयरपोर्ट को बंद रखा गया है।.

ओडिशा के राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने बताया कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम रात नौ बजे तक जारी रहेगा और राज्य सरकार ने करीब साढ़े सात लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने बताया कि भारतीय मौसम विभाग के ताजा अनुमान के अनुसार अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान यास बुधवार तड़के साढ़े चार से पांच बजे के बीच धर्मा और बालासोर जिलों की सीमा से टकरायेगा। उन्होंने कहा कि अधिक संभावना इसके भद्रक जिले में वासुदेवपुर और बहनगा के बीच किसी स्थान पर ओडिशा तट से टकराने की है।

जेना ने कहा कि ओडिशा तट से टकराने के बाद इसके मयूरभंज और क्योंझर जिले की तरफ बढ़ने और बुधवार की शाम तक राज्य की सीमा पार कर जाने के आसार हैं। उधर, राहत आयुक्त कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि शाम चार बजे तक बालासोर जिले से 74132, भद्रक से 73103 और केन्द्रपाड़ा जिले से 41685 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।

राज्य सरकार ने प्रदेश के 12 जिलों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 52 टीमें ,  ओडिशा प्रतिक्रिया बल की 60 टीमें और दमकल विभाग की 206 टीमें तथा ओएफडीसी की 86 टीमें और 400 से अधिक अन्य रिस्पॉन्स टीमें राहत एवं बचाव अभियान के तहत तैनात की गयी हैं।

जेना ने बताया कि सरकार 77 विकासखंडों को अति संवेदनशील मान रही है, जहां यास तूफान का काफी असर होने वाला है। इन इलाकों से आज रात तक लोगों को हटा लेने के इंतजाम कर लिये गये हैं।चक्रवात इस समय पारादीप से दक्षिण-दक्षिण पूर्व में लगभग 280 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सीईसी के निदेशक डॉ शरत चंद्र साहू ने बताया कि इसके उत्तर- उत्तर पश्चिमी दिशा में बढ़ने का अनुमान है। उन्होंने बताया कि जब यह तट को पार करेगा, उस समय 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के आसार हैं। उन्होंने बताया कि तूफान के बुधवार तड़के चार बजे के आसपास ओडिशा के तट से टकराने के आसार हैं।

डॉ साहू ने बताया कि तूफान के कारण भुवनेश्वर में बुधवार शाम को हल्की से मध्यम स्तर की बारिश होने और 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है।

उन्होंने बताया कि बालासोर और जगतसिंह पुर जिलों के तटीय इलाकों में बुधवार शाम को 70 से 100 किलोमीटर की गति से हवा चलने का अनुमान है।

उन्होंने बताया कि केन्द्रपाडा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर, क्योंझर, सुंदरगढ़, देवगढ़,झारसुगडा, संभलपुर, धेनकनाल और अंगुल जिलों के अनेक स्थानों पर आज रात में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।

डाॅ साहू ने कहा कि बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, सुंदरगढ़, जाजपुर और धेनकनाल जिलों में 250 मिलीमीटर से अधिक बारिश होने का अनुमान है।

उधर, राहत आयुक्त कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि ओडिशा के तटीय इलाकों में रात नौ बजे से ही तेज हवाओं के चलने के आसार हैं और तूफान जब राज्य के तट से टकरायेगा तो 140 से 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक तेज हवायें चल सकती हैं।

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