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केंद्रीय मंत्री के बिगड़े बोल, भाजपा कार्यकर्ता को ऊंगली दिखाई तो नहीं रहेगी सलामत

लोकसभा चुनावों में नेताओं की बेलगाम बयानबाजी पर चुनाव आयोग की सख्ती का भी कोई असर होता दिखाई नहीं दे...
केंद्रीय मंत्री के बिगड़े बोल, भाजपा कार्यकर्ता को ऊंगली दिखाई तो नहीं रहेगी सलामत

लोकसभा चुनावों में नेताओं की बेलगाम बयानबाजी पर चुनाव आयोग की सख्ती का भी कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। अब केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने अपने संसदीय क्षेत्र गाजीपुर में कहा है कि अगर भाजपा कार्यकर्ताओं पर किसी ने अंगुली उठाई तो भरोसा रखिए चार घंटे में वह अंगुली सलामत नहीं रहेगी।

गुरुवार को गाजीपुर में आयोजित एक सभा में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोई भी पूर्वांचल का अपराधी किसी की औकात नहीं है कि गाजीपुर की सीमा में आकर भाजपा के कार्यकर्ता की तरफ आंख दिखाएगा तो वह आंख सलामात नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता अपराध से अर्जित धन और भ्रष्टाचार को जमींदोज करने के लिए तैयार हैं। 

चार नेताओं पर आयोग ने लगाया था प्रतिबंध

इससे पहले चुनाव आयोग विवादित बयान देने वाले नेताओं पर सख्ती दिखा चुका है। आयोग ने मायावती पर 48 घंटे और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ पर 72 घंटे तक बोलने और चुनाव प्रचार में रोक लगा दी थी। इसके बाद आयोग ने मेनका गांधी पर भी 48 घंटे और आजम खान पर 72 घंटे तक प्रचार करने पर रोक लगा दी थी।

कोर्ट की टिप्पणी पर लिया सख्ती का फैसला

नेताओं के प्रचार पर रोक लगाने का फैसला चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने प्रचार के दौरान बसपा सुप्रीमो मायावती और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए कथित विवादित भाषणों पर चुनाव आयोग से पूछा है कि उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया गया। जाति और धर्म को लेकर राजनेताओं और पार्टी प्रवक्ताओं के आपत्तिजनक बयानों पर राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर जनहित याचिका दायर की गई थी। इस याचिका पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती दिखाते हुए चुनाव आयोग से जवाब तलब किया था। 

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