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'किसान संसद' पर बोले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह- संसद तो एक ही होती है, बाकी सब निरर्थक है

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रही किसान संसद का शनिवार को तीसरा दिन रहा। इस बीच...
'किसान संसद' पर बोले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह- संसद तो एक ही होती है, बाकी सब निरर्थक है

कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली के जंतर-मंतर पर चल रही किसान संसद का शनिवार को तीसरा दिन रहा। इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान पर बड़ा बयान दिया। उऩ्होंने कहा कि. कृषि मंत्री ने कहा कि संसद तो एक ही होती है, जिसे जनता चुनकर भेजती है,जो यूनियन के लोग ऐसी बातें कर रहे हैं और आंदोलन कर रहे हैं वह निरर्थक है। हमने कई बार उनसे कहा कि आंदोलन का रास्ता छोड़कर वार्ता का रास्ता अपनाना चाहिए।

कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेताओं ने घोषणा की है कि उनका इरादा राष्ट्रीय राजधानी के बीचों-बीच जंतर-मंतर पर 13 अगस्त तक 'किसान संसद' जारी रखने का है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने जंतर-मंतर पर किसानों के प्रदर्शन की अनुमति इस शर्त पर दी थी कि 9 अगस्त को सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे के बीच अधिकतम 200 प्रदर्शनकारियों को अनुमति दी जाएगी। गुरुवार को आंदोलनकारी किसान जंतर-मंतर पर व्यापक इंतजामों के साथ पहुंचे।

वहीं, रविवार को मेरठ में सुबह 7 बजे किसान टैक्टर मार्च निकालेंगे और मेरठ से गाजीपुर बॉर्डर के लिए रवाना होंगे। जानकारी के मुताबिक, कम से कम 200 ट्रैक्टर कल गाज़ीपुर बॉर्डर पहुंचेगे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिजनौर से सौ से अधिक टैक्टरों पर सवार होकर किसान शुक्रवार शाम ही गाजीपुर बॉर्डर के लिए निकले थे।

भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने सभी किसानों से एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा, “भारत की आत्मा को बचाओ और सभी जुट जाओ" किसान बचेगा, तभी भारत की आत्मा और आजादी बचेगी।” अपने एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, “किसान संसद से किसानों ने गूंगी -बहरी सरकार को जगाने का काम किया है। किसान संसद चलाना भी जानता है और अनदेखी करने वालों को गांव में सबक सिखाना भी जानता है, भुलावे में कोई न रहे।”

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