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महाराष्ट्र की रैली में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने फिर भरी हुंकार, किसानों की एकता से उनके मुद्दों को हल करने का किया आह्वान

लोहा (नानडेड)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने...
महाराष्ट्र की रैली में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने फिर भरी हुंकार, किसानों की एकता से उनके मुद्दों को हल करने का किया आह्वान

लोहा (नानडेड)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने रविवार को घोषणा की कि बीआरएस पार्टी महाराष्ट्र में जिला परिषद चुनाव लड़ेगी और पूरे राज्य में गांव स्तर पर पार्टी का विस्तार किया जाएगा। जिला परिषद चुनाव में गुलाबी झंडा खड़ा हो जाएगा। महाराष्ट्र के प्रत्येक गांव में सदस्यता अभियान शीघ्र शुरू किया जाएगा। आज की रैली में केसीआर ने किसानों और दलितों के हक की लड़ाई जारी रखने का एलान किया।

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भाजपा नेता देवेन्द्र फड़नवीस के प्रश्न के जवाब में तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार सभी किसानों को तेलंगाना की तर्ज पर दस हजार रूपए प्रति एकड़ प्रति वर्ष राशि दें, उच्च गुणवत्ता पूर्ण फ्री बिजली किसानों को चौबीस घंटे मुहैया कराएं, परियोजना से खेतों में फ्री सिंचाई का जल मुहैया कराएं, किसानों को पांच लाख रूपए का बीमा प्रदान करें और महाराष्ट्र सरकार यहां के किसानों की उपजाई सारी फसल खरीदे तो वे महाराष्ट नहीं आने पर विचार करेंगे। अन्यथा वे लगातार महाराष्ट्र का दौरा जारी रखेंगे और किसानों के हक की लड़ाई लड़ेंगे। बीआरएस महाराष्ट्र में पंचायत चुनाव लड़ेगी।

केसीआर ने रविवार को आयोजित रैली में कहा कि देश की स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद अबतक सत्तर वर्ष में चौवन वर्ष कांग्रेस और सोलह वर्ष भाजपा ने शासन किया लेकिन किसानों की हालत अबतक खराब है। इसलिए हमने नारा दिया है अबकी बार किसान सरकार। सत्ता की चाबी किसानों के हाथों में है। जबतक हम जाति- धर्म में बंटेंगे, ये सरकारें हमें हल्के में लेगी, इसलिए किसानों को एकजुट होकर अपनी सरकार बनानी होगी। अबतक किसी ने किसानों के साथ न्याय नहीं किया, इसलिए किसान सरकार बनाकर इसका समाधान करना होगा। जितना काम तेलंगाना में हो पाया है वह सबकुछ महाराष्ट्र में संभव है। तेलंगाना सुधर सकता है तो इतना शक्तिशाली राज्य महाराष्ट्र क्यों नहीं? सरकार में घबराहट पैदा करना है तो आगामी पंचायत चुनाव में अपनी ताकत दिखाएं।

केसीआर ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि वे छह हजार रूपए किसानों को भीख देते हैं, वे दस हजार रूपए क्यों नहीं देते हैं? किसानों को किसी से भीख की जरूरत ही नहीं है, इसलिए हमने नारा दिया है-- अबकी बार किसान सरकार। मैं एक मंत्र देता हूं-- किसान एकता ही इसका मंत्र है। जबतक हम जाति धर्म के नाम पर हम लड़ेंगे, किसान आत्महत्या करते रहेंगे।

केसीआर ने कहा कि महाराष्ट्र में पर्याप्त पेय जल उपलब्ध नहीं है, पर्याप्त सिंचाई का पानी नहीं है। भारतवर्ष में सिंचाई के लिए पर्याप्त जल उपलब्ध है, जरूरत से ज्यादा है। उन्नीस हजार टीएमसी जल का उपयोग होता है जबकि पचास हजार टीएमसी जल बंगाल की खाड़ी में बह जाता है। हमें अमेरिका और रूस से पानी मांगने की जरूरत नहीं है। देश में प्रकृति का दिया पर्याप्त पानी है। फिर किसानों को खेत में पानी क्यों नहीं मिल रहा है? पूरे देश को चौबीस घंटे बिजली देने एकसौ पचीस वर्ष के लिए पर्याप्त कोयला है, लेकिन बिजली उत्पादन पर्याप्त नहीं है। केसीआर ने कहा कि हमारे नेता बिजली -पानी नहीं दे रहे हैं लेकिन भाषण दे रहे हैं। आप हमारे साथ युद्ध करें तो बिजली पानी आ जाएगा।

केसीआर ने कहा कि पार्टियां बदलती है लेकिन किसानों की हालत में सुधार नहीं हो रहा है। तेलंगाना सरकार दलित बंधु योजना के तहत दलित युवा को दस लाख की राशि देती है जिसे वापस नहीं करना पड़ता है। महाराष्ट्र सरकार को दलित बंधु योजना लागू करना चाहिए। जबतक दलितों और किसानों के लिए योजनाएं लागू नहीं की जाती है तबतक महाराष्ट्र आता रहूंगा और इनके हक की लड़ाई लड़ूंगा। रविवार की जनसभा में बीआरएस किसान सेल अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी, सांसद जे संतोष कुमार, विधायक जीवन रेड्डी, महासचिव हिमांशु तिवारी, विधायक शकील अहमद, बलका सुमन, एनसीपी के पूर्व र्विधायक शंकरअन्ना ढोंढगे उपस्थित थे। भारी संख्या में पूर्व विधायक और स्थानीय नेताओं ने मुख्यमंत्री से पटका पहनकर बीआरएस की सदस्यता ग्रहण की।

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