राज्यसभा सांसद, लेखिका और समाजसेवी सुधा मूर्ति एक जटिल साइबर घोटाले का शिकार हो गईं। उन्होंने इस महीने की शुरुआत में एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ साइबर अपराध पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई, जिसने फोन कॉल के जरिए उनकी निजी जानकारी हासिल करने की कोशिश की थी।
एफआईआर के अनुसार, 5 सितंबर को उन्हें एक व्यक्ति का संदिग्ध कॉल आया, जिसने खुद को दूरसंचार विभाग का कर्मचारी बताया।फोन करने वाले ने आरोप लगाया कि उसका मोबाइल नंबर उसके आधार कार्ड से लिंक नहीं है और झूठा दावा किया कि उसके नंबर से अश्लील वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं, तथा दोपहर तक उसकी मोबाइल सेवाएं बंद करने की धमकी दी।कॉल करने वाले व्यक्ति, जिसका नंबर ट्रूकॉलर पर "दूरसंचार विभाग" के रूप में दिखाई दिया, ने मूर्ति से व्यक्तिगत जानकारी प्राप्त करने के लिए धमकी भरे तरीकों का इस्तेमाल किया।
जब मूर्ति ने बात मानने से इनकार कर दिया, तो वह व्यक्ति बदतमीज़ी से बात करने लगा और गाली-गलौज करने लगा। मूर्ति ने तुरंत कॉल काट दी और बाद में 20 सितंबर को बेंगलुरु साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।मूर्ति ने धोखाधड़ी से उनका डेटा हासिल करने की कोशिश करने और धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में कॉल करने वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है। जाँच जारी है।