उत्तर प्रदेश की गोरखपुर, फूलपुर लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के परिणाम आ गए हैं। फूलपुर सीट पर सपा के नागेंद्र प्रताप सिंह पटेल 59,613 वोटों से जीत गए हैं। वहीं, गोरखपुर में सपा के प्रवीण निषाद ने भाजपा के उपेंद्र शुक्ला को 21,881 वोटों से हरा दिया है। नतीजों में भाजपा को झटका लगा है क्योंकि उसके दो गढ़ हाथ से निकल गए हैं।
बसपा समर्थित सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद को कुल 4,56,513 वोट मिले हैं। जबकि दूसरे नंबर पर रहे भाजपा के उम्मीदवार उपेंद्र दत्त शुक्ल को कुल 4,34,632 वोट मिले हैं।
बता दें कि बहुजन समाज पार्टी ने खुले तौर पर यहां प्रवीण निषाद का समर्थन करने का ऐलान किया था। जबकि कांग्रेस की ओर से इस सीट पर सुरहिता करीम मैदान में थी।
नतीजों के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने फूलपुर और गोरखपुर की जनता का धन्यवाद किया।
अखिलेश ने कहा, ‘मैं गोरखपुर और फूलपुर की जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं और मायावती जी का बहुत आभार प्रकट करना चाहता हूं।उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के क्षेत्रों में ये हाल है तो आप बाकी देश में लोगों के गुस्से के बारे में सोच सकते हैं।
अखिलेश ने कहा, जो सरकार जनता को दुख देती है, जनता उसको सही जवाब देती है। अच्छे दिन तो आए नहीं, जनता एक हो गई और बीजेपी के बुरे दिन लाने का काम किया।
Jo sarkaar janta ko dukh deti hai, janta usko sahi jawaab deti hai. Acche din toh aaye nahi, janta ek ho gayi aur BJP ke bure din laane ka kaam kiya: Akhilesh Yadav, SP. #UPByPoll pic.twitter.com/gLoxSk6CQ4
— ANI UP (@ANINewsUP) March 14, 2018
बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले गोरखपुर और फूलपुर गंवाने को भाजपा के लिए बड़े झटके की तरह देखा जा रहा है। गोरखपुर का नतीजा तो और भी चौंकाने वाला है क्योंकि यह योगी का गढ़ रहा है और यहां गोरखनाथ मठ की ही पैठ रहती है। गोरखपुर में महंत अवैद्यनाथ की राजनीतिक विरासत को योगी आदित्यनाथ ने 1998 में संभाला उसके बाद पिछले पांच बार से लगातार योगी भाजपा के टिकट से संसद पहुंचते रहे हैं। लेकिन इस बार सपा-बसपा जुगलबंदी के आगे अपना गढ़ बचाने में नाकाम रहे हैं। जबकि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले बसपा-सपा ने एक साथ सियासी लड़ाई लड़कर भाजपा के लिए बड़ी चुनौती पेश की है।