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शाहीन बाग: हमलावर के परिवार ने कहा- पुलिस का दावा गलत, AAP से कोई संबंध नहीं

दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच शाहीन बाग में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर को लेकर दिल्ली की...
शाहीन बाग: हमलावर के परिवार ने कहा- पुलिस का दावा गलत, AAP से कोई संबंध नहीं

दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार के बीच शाहीन बाग में फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर को लेकर दिल्ली की राजनीति गरमा गई है। दिल्ली पुलिस द्वारा मंगलवार शाम को यह दावा करने के बाद कि कपिल आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़ा है, बीजेपी और 'आप' में पहले से जारी जुबानी जंग बढ़ गई है। लेकिन कपिल के परिवार वालों ने पुलिस के दावे को गलत बताया है और कहा है कि वह 'आप' में शामिल नहीं हुआ था। कपिल के पिता ने कहा कि मीडिया में पुलिस के दावे से जो खबर बताई जा रही है, वह गलत है। उन्होंने कहा कि कपिल का किसी भी राजनीतिक पार्टी से कोई संबंध नहीं है। वो आम आदमी पार्टी से कभी नहीं जुड़ा।

 

शाहीन बाग में फायरिंग को लेकर दिल्ली पुलिस के दावे के बाद अब अरविंद केजरीवाल ने इसे भाजपा की साजिश बताया है। इसी के साथ शाहीन बाग को लेकर कहा कि इससे सबसे ज्यादा फायदा तो भाजपा को हो रहा है। शाहीन बाग के अलावा उनके पास पूरे चुनाव में कोई मुद्दा नहीं है।

 

दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल कर रही है भाजपा- केजरीवाल

 

इसी के साथ अरविंद केजरीवाल ने अपने बयान में कहा, 'भाजपा दिल्ली पुलिस का इस्तेमाल कर रही है। अगर वह आप से जुड़ा है तो भी उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए। यह सब चुनाव के दौरान भाजपा की राजनीति है।'

 

क्या मुफ्त पानी देना आतंकवाद है- केजरीवाल की बेटी  

 

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में अपने पिता अरविंद केजरीवाल पर लग रहे आरोपों को लेकर उनकी बेटी हर्षिता केजरीवाल भी उतर आई हैं। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत में कहा कि राजनीति गंदी है  और यह सबसे निचले स्तर पर है। यहां पर बता दें कि अरविंद केजरीवाल पर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस लगातार हमले बोल रहे हैं।

भाजपा-कांग्रेस ने लगाए ये आरोप

दरअसल, संजय सिंह और मनीष सिसोदिया के साथ कपिल गुर्जर और उसके परिवार की तस्वीर सामने आने पर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोला था। बीजेपी ने कहा था कि ‘आप’ बेनकाब हो गई है। उधर, दिल्ली कांग्रेस ने भी ट्वीट कर कपिल गुर्जर को ‘आप’ का सहयोगी बताया।

इस तरह के आरोपों के बीच संजय सिंह ने कहा था कि इस बात की जांच हो कि कपिल अभी आप का सदस्य है नहीं। साथ ही, उन्होंने कहा कि आखिर जांच के बीच वो तस्वीर मीडिया और बीजेपी नेताओं के पास कैसे पहुंची?  

इस घमासान के बीच कपिल गुर्जर के पिता, भाई और बहन सामने आए हैं। कपिल गुर्जर के परिवार (पिता गजे सिंह, भाई और बहन) ने पुलिस के दावों को भी गलत बताते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी कभी ज्वॉइन नहीं की, सिर्फ आम आदमी पार्टी के नेताओं के आने पर उनका सम्मान किया था।

हमारा किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं

कपिल के चाचा फतेह सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘मुझे नहीं पता कि ये फ़ोटो कहां से आई हैं। मेरे भतीजे कपिल का या परिवार के किसी और सदस्य का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है। मेरे भाई गजे सिंह ने 2008 में बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर दिल्ली नगर निगम का चुनाव लड़ा था लेकिन वह हार गया था। उसके बाद से ही हमारा किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है।’ कपिल के चाचा ने यह भी कहा कि कपिल का कोई दोस्त भी 'आप' से या किसी दूसरे राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है।

मंगलवार को इस तरह की खबरें आई थी सामने

इससे पहले मंगलवार शाम को यह खबर आई कि कपिल ने दिल्ली पुलिस के सामने इस बात को स्वीकार किया कि वह 2019 की शुरुआत में 'आप' में शामिल हुआ था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, कपिल ने यह भी कहा कि उसके पिता गजे सिंह भी 'आप' से जुड़े हैं और दोनों ही 2019 में पार्टी में शामिल हुए थे। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की ओर से दावा किया गया था कि कपिल गुर्जर के मोबाइल फोन से उसकी 'आप' के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ फोटो मिली थीं। लेकिन 'आप' की ओर से पुलिस के कपिल के 'आप' का सदस्य होने के दावे को पूरी तरह गलत बताया गया था।

पुलिस के दावे पर बोले संजय सिंह- यह बीजेपी की गंदी राजनीति

सोशल मीडिया में वायरल हुई कई फोटो में कपिल को 'आप' के वरिष्ठ नेताओं संजय सिंह और आतिशी के साथ देखा जा सकता है। क्राइम ब्रांच की ओर से अदालत को कपिल गुर्जर, उसके पिता और 'आप' के बीच संबंध के बारे में जानकारी दी गई है। दिल्ली पुलिस के दावे के बाद ‘आप’ नेता संजय सिंह ने कहा, ‘इस तरह के फोटो का कोई मतलब नहीं है और यह बीजेपी की गंदी राजनीति है। अपराध की जांच होनी चाहिए और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।’ संजय सिंह ने कहा कि था कि पुलिस डीसीपी राजेश देव की शिकायत चुनाव आयोग से करेगी। उन्होंने राजेश देव को बीजेपी का प्रवक्ता भी बताया था।

 

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