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केरल, तमिलनाडु के बाद अब 'ओखी' ने दी मुंबई में दस्तक, जमकर बारिश, स्कूल-कॉलेज बंद

केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में भारी तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान 'ओखी' ने अब मुंबई में दस्तक दे दी...
केरल, तमिलनाडु के बाद  अब 'ओखी' ने दी मुंबई में दस्तक, जमकर बारिश, स्कूल-कॉलेज बंद

केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में भारी तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान 'ओखी' ने अब मुंबई में दस्तक दे दी है। गंभीर मौसम पूर्वानुमान के कारण राज्य सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी की घोषणा कर दी है। इस बीच  कल श्‍ााम से ही पूरी मुंबई बारिश की गिरफ्त में है और लगातार बारिश जारी है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की मुंबई ऑब्जर्वेटरी द्वारा चेतावनी देने के बाद राज्य सरकार ने सिंधुदुर्ग, ठाणे, रायगढ़ और पालघर के स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी। मौसम विभाग की ओर से सोमवार को जारी अलर्ट में कहा गया थ्‍ाा ‌कि तूफान चार दिसंबर की रात में दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र में दस्तक देगा। वहीं, पांच दिसंबर को सूरत, वलसाड, भरूच, तापी, सोमनाथ आदि क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है, जो छह दिसंबर की दोपहर तक जारी रहेगी। बीएमसी की आपदा प्रबंधन यूनिट ने चक्रवात ओखी के असर को देखते हुए समुंदर में हाई टाइड की संभावना जाहिर की है।

इसी तरह महाराष्ट्र में भी यह तूफान चार दिसंबर को रात में दाखिल होने की बात कही ग थी। पांच दिसंबर को ठाणे, रायगढ़, ग्रेटर मुंबई, नासिक, अहमदनगर और पुणे जिलों में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने दोनों राज्यों में समुद्र किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने को कहा है। तूफान के कारण केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में करीब 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग अभी तक लापता हैं।

मुंबई और पुणे में सोमवार शाम से बारिश शुरू हो गई है। यह बेमौसम बारिश ‘ओखी’ के कारण हो रही है। पूरी मुंबई बारिश की गिरफ्त में है और लगातार बारिश जारी है। दक्षिण भारत में सक्रिय हुआ ‘ओखी’ सोमवार सुबह मुंबई से दक्षिण एवं दक्षिण-पश्चिम में 690 किलोमीटर और सूरत से उत्तर एवं उत्तर-पश्चिम में 870 किलोमीटर दूर था। महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में सोमवार सुबह से ही बादल छाए हुए थे। शाम होते ही कोंकण के तटवर्ती क्षेत्रों एवं मुंबई में बरसात शुरू हो गई।

तलाशी एवं बचाव का काम नहीं रुकेगा: रक्षा मंत्री

तिरुवनंतपुरम में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अशांत समुद्र में तलाशी एवं बचाव का काम नहीं रुकेगा। उन्होंने कहा कि ओखी के कारण लापता हुए सभी मछुआरों का पता लगाने तक अभियान जारी रहेगा।

बचाव अभियान में शामिल हैं 1500 जवान

सोमवार को कोस्ट गार्ड ने चक्रवात प्रभावित इलाकों में जारी बचाव अभियान के बारे में ब्योरा साझा किया। इसमें कोस्ट गार्ड के 1500 जवान शामिल होने की बात कही गई है। कोस्ट गार्ड इंस्पेक्टर जनरल कमांडेंट केआर नौटियाल ने बताया कि यह सुनामी के बाद दूसरा सबसे बड़ा बचाव अभियान है। कोस्ट गार्ड के 1500 से अधिक जवान तूफान प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान को अंजाम दे रहे हैं।

दक्षिण भारत में मचाई तबाही

इस चक्रवात ने दक्षिण भारत के तमिलनाडु और केरल में भारी तबाही मचाई है। तूफान के कारण केरल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप में करीब 26 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग अभी तक लापता बताए जा रहे हैं।

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