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मोइन कुरैशी केस: ईडी ने कारोबारी सतीश बाबू को किया गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज यानी शनिवार को मोइन कुरैशी और अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच के...
मोइन कुरैशी केस: ईडी ने कारोबारी सतीश बाबू को किया गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज यानी शनिवार को मोइन कुरैशी और अन्य लोगों के खिलाफ धन शोधन मामले की जांच के संबंध में हैदराबाद के कारोबारी सना सतीश बाबू को दिल्ली में गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। कारोबारी को पहले इस धनशोधन मामले में गवाह के तौर पर बुलाया गया था लेकिन ताजा घटनाक्रम के साथ वह आरोपी बन गया। अधिकारियों ने बताया कि बाबू को धन शोधन निवारण कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत (ईडी) ने शुक्रवार देर रात गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि बाबू से कुछ घंटों तक पूछताछ की गई और जांच में सहयोग ना करने पर उसे हिरासत में ले लिया गया। ईडी ने कुरैशी को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया था जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

सतीश ने लगाया सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर लगाया घूस मांगने का आरोप

सना सतीश बाबू ने सीबीआई के पूर्व विशेष निदेशक रहे राकेश अस्थाना पर पांच करोड़ रुपये की घूस मांगने का आरोप लगाया था। इसके बाद तत्कालीन सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा ने अस्थाना एवं अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

मोइन कुरैशी ने रामपुर में एक बूचड़खाने से की थी अपने कारोबार की शुरुआत

बता दें कि मोईन कुरैशी ने 1993 में रामपुर में एक बूचड़खाने से अपने कारोबार की शुरुआत की थी और 10 साल के भीतर ही वह देश का बड़ा मीट निर्यातक बन गया। उसकी पढ़ाई दून स्कूल में हुई है और उसने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। सना अब तक मीट कारोबारी मोइन कुरैशी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी का गवाह था, जिसको अब आरोपी बनाया गया है।

ईडी पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की मांग करेगी

मोईन कुरैशी से जुड़ी कंपनी से सना द्वारा 50 लाख रुपये के शेयरों की खरीद ईडी की जांच के दायरे में है। हालांकि, सना को ये शेयर कभी नहीं मिला ना ही उसने कुरैशी से अपने पैसे ही वापस लिए थे। एजेंसी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भ्रष्‍टाचार के मामले में राहत दिलाने के लिए तो सना ने कुरैशी को पैसे नहीं दिए थे। पूछताछ के दौरान सना के बयानों में कई विरोधाभास पाए गए। उसे जल्द ही एक स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा जहां ईडी पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की मांग करेगी।

कुरैशी का नाम सबसे पहले साल 2014 में तब सामने आया जब यह पता चला कि 15 महीने में कुरैशी कम से कम 70 बार तत्कालीन सीबीआई निदेशक रंजीत सिन्हा के घर पर हाजिरी लगाई थी। इसके बाद आरोपी के साथ बैठक करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सिन्हा को कड़ी फटकार लगाई थी। इसके बाद सीबीआई के दो वरिष्‍ठ अधिकारियों आलोक वर्मा और अस्थाना के बीच उपजे विवाद में भी सना का नाम आया था। 

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