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सरयू नहर परियोजना का पीएम मोदी ने किया लोकार्पण, बोले- पहले की सरकार माफिया को देती थी संरक्षण, आज चल रहा बुल्डोजर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण कर राष्ट्र को...
सरयू नहर परियोजना का पीएम मोदी ने किया लोकार्पण, बोले- पहले की सरकार माफिया को देती थी संरक्षण,  आज चल रहा बुल्डोजर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बलरामपुर में सरयू नहर परियोजना का लोकार्पण कर राष्ट्र को समर्पित किया। इस परियोजना का सपना आखिरकार 43 साल बाद साकार हो रहा है। पीएम ने कहा कि पहले जो सरकार में थे, वो यहां जमीनों पर अवैध कब्जे करवाते थे। आज ऐसे माफियाओं पर जुर्माना लग रहा है, बुलडोजर चल रहा है। पहले जो सरकार में थे, वो यहां जमीनों पर अवैध कब्जे करवाते थे। आज ऐसे माफियाओं पर जुर्माना लग रहा है। तभी तो यूपी के लोग कहते हैं- फर्क साफ है।

पीएम मोदी ने कहा कि पहले महिलाएं घर से बाहर निकलने से पहले सौ बार सोचती थीं पर अब अपराधी अपराध करने से पहले सौ बार सोचता है। अब अपराधी जेल में दुबक कर रहता है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार महिलाओं के लिए काम कर रही है। यही कारण है कि पीएम आवास योजना के तहत दिये जाने वाले घर महिलाओं के नाम पर दिए गए हैं। उनके लिए शौचालय बनाए, घरों में बिजली कनेक्शन दिया और रसोई गैस दी।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब मैं दिल्ली से आ रहा था तो सोच रहा था कि अभी कोई कहेगा कि इसका फीता तो उसने ही काट दिया था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि हो सकता है कि उन्होंने बचपन में ही इस परियोजना का फीता काट दिया हो तो मैं उनसे कहना चाहूंगा कि उनका काम फीता काटना है और हमारा परियोजनाओं को पूरा करना है। यह डबल इंजन की सरकार का कमाल है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र प्रथम की भावना को सर्वोपरि रखते हुए देश आज हर वह काम कर रहा है जो कि देश को 21वीं सदी में नई ऊंचाई पर ले जाएं, देश के विकास के लिए जरूरी है कि पानी की कमी कभी बाधा ना बने इसलिए देश की नदियों के जल का सदुपयोग हो, किसानों के खेत तक पानी पहुंचे। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना का पूरा होना इस बात का सबूत है जब सोच इमानदार होती है तो काम दमदार होता है। उन्होंने कहा कि इस योजना का दशकों से पूरा होने का इंतजार किया जा रहा था, आज वह सपना पूरा हो रहा है। घाघरा,सरयू, राप्ती, बाणगंगा और रोहणी नदी की जल शक्ति इस क्षेत्र में समृद्धि का नया दौर लाने वाली है। इस परियोजना का लाभ बलरामपुर के साथ-साथ बहराइच, गोंडा, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, बस्ती, गोरखपुर, महाराजगंज और संतकबीरनगर के लाखों किसान भाइयों को मिलेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बारिश के मौसम में इस क्षेत्र के लोगों को बाढ़ जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है, सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना से उनका समाधान निकालने में काफी हद तक मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से लाखों किसानों को पानी प्राप्त होगा और उनका आशीर्वाद मिलेगा जो कि जीवन भर कार्य करने की ऊर्जा देगा। उन्होंने कहा कि ऐसे किसान जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम की भूमि है उनके लिए सिंचाई की व्यवस्था जीवन बदलने वाली होती है। उन्होंने किसानों से अपील किया कि पारंपरिक खेती के साथ-साथ अधिक आय देने वाली फसल का भी उत्पादन करें।

प्रधानमंत्री ने बलरामपुर के मसूर दाल की चर्चा करते हुए कहा की सरयू नहर परियोजना से सिंचाई के बाद किसान खाद्यान्न के साथ-साथ फल फूल, मत्स्य पालन तथा सब्जी उत्पादन से अपनी आय बढ़ा सकेंगे। उन्होंने देश के धन, समय, संसाधन के दुरुपयोग पर पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि देश के संतुलित एवं संपूर्ण विकास के लिए यह प्रगति की सबसे बड़ी रुकावट है।

उन्होंने पिछली सरकारों पर सरयू नहर परियोजना को लटकाने और भटकाने का आरोप लगाते हुए कहा कि योगी सरकार के साढ़े 4 साल के कार्यकाल में इस परियोजना को पूरा किया गया है। उन्होंने कहा कि जब यह परियोजना शुरू हुई थी तो इसकी लागत 100 करोड़ से भी कम थी और वर्तमान समय में 9800 करोड रुपया खर्च करके इस परियोजना को पूरा किया जा सका है। धन एवं समय के अपव्यय की कीमत क्षेत्र के किसानों को 100 गुना कीमत अदा करके चुकाना पड़ा है। अगर यह पानी उसे समय से मिल गया होता तो वह अपने खेतों में सोना पैदा करते और अपने बच्चों की अच्छी शिक्षा देते।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपए किसान सम्मान निधि का दिया जा रहा है। पशुपालन, मधुमक्खी पालन, दुग्धउत्पादन बढ़ाने के लिए योजनाएं संचालित की गई हैं। गन्ने से एथेनाल बनाने में यूपी आगे बढ़ रहा है। पिछले 1 वर्ष में उत्तर प्रदेश द्वारा 12000 करोड रुपए का एथेनॉल दूसरे प्रदेशों को बेचा गया है। पहले गन्ना किसानों को समय पर उनके गन्ने का भुगतान नहीं मिल पाता था, योगी सरकार आने के बाद नई चीनी मिलो को खोलने के साथ-साथ गन्ना मूल्य का भुगतान भी कराया गया है।

उन्होंने कहा कि 16 दिसंबर से प्राकृतिक खेती करने के संबंध में एक वृहद कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसके द्वारा कम से कम लागत में अधिक से अधिक उत्पादन प्राप्त करने के तरीकों की जानकारी दी जाएगी। उन्होंने किसानों से अपील किया कि वह इस कार्यक्रम से जुड़े और नई तकनीक सीखें। उन्होंने कहा कि बलरामपुर में सामान्य किसानों के साथ-साथ थारू जनजाति के भाइयों को भी विकास का लाभ मिल रहा है। पहले धन, मकान ,सभी प्रकार की योजनाओं का लाभ केवल पुरुषों को मिल पाता था। प्रधानमंत्री आवास एवं अन्य योजनाओं में अब महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि 2 लाख करोड़ रुपए से पक्के मकान बनाने का व्यवस्था की जा रही है ताकि सभी गरीब परिवारों को मकान मिल सके। उन्होंने कहा कि पिछले 100 साल के भीतर देश ने पहली बार सबसे बड़ी महामारी कोरोना से लड़ाई लड़ी है। हमने प्रयास किया है कि कोई भी गरीब व्यक्ति भूखा ना सोए। उन्होंने आश्वासन दिया कि होली तक सभी कार्ड धारकों को निशुल्क खाद्यान्न मिलता रहेगा। उन्होंने कहा कि पहले सरकारें माफियाओं को संरक्षण देती थी, परंतु योगी सरकार माफियाओं के सफाई में लगी हुई है। पहले सरकार जमीन पर अवैध कब्जा कराती थी और अब योगी सरकार उस पर बुलडोजर चला रही है। अब अपराधी उत्तर प्रदेश में गलत काम करने से पहले सौ बार सोचता है और यदि उसने गलती किया तो जेल में दुबका नजर आता है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुये कहा कि सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के प्रारंभ होने से 30 लाख किसानों के खेत को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और उनकी आय दुगनी हो सकेगी। उन्होंने कहा कि घाघरा, सरयू, राप्ती, बाणगंगा तथा रोहिन नदियों को जोड़ते हुए पूर्वांचल के 9 जिलों को इस योजना से किसानों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसके उद्गम स्थान अत्यंत रमणीक है और उनका पर्यटन के दृष्टिकोण से भी विकास किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि  प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत प्रदेश की अट्ठारह में से 17 सिंचाई परियोजनाएं पूरी हो गई हैं। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व को धन्यवाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एकमात्र परियोजना जिसका पूर्ण होना अवशेष है व मध्य गंगा परियोजना है और इसका 3 जनपदों में काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से पूर्वांचल को पिछड़ा माना जाता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूर्वांचल में 31 साल बाद गोरखपुर में नए खाद कारखाने का उद्घाटन हो गया है। स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी करते हुए एम्स का उद्घाटन हो गया है। एक जनपद एक मेडिकल कॉलेज के तर्ज पर पूर्वांचल के तमाम जिलों में मेडिकल कॉलेज स्थापित किए गए हैं। दिमागी बुखार, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया पर प्रभावी नियंत्रण किया गया है। प्रधानमंत्री ने गोरखपुर में वायरल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया है जहां सभी प्रकार के वायरस जनित बीमारियों का जांच किया जा सकेगा। सरयू नहर राष्ट्रीय परियोजना के राष्ट्र को समर्पण के अवसर परराज्यपाल आनन्दीबेन पटेल की भी मौजूद रही।

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