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गौरी लंकेश हत्या मामले में SIT को कामयाबी, पकड़ा गया एक और आरोपी

5 सितंबर 2017 को हुई गौरी लंकेश हत्या मामले में एक और आरोपी को एसआईटी की जांच टीम ने झारखंड के धनबाद जिले के...
गौरी लंकेश हत्या मामले में SIT को कामयाबी, पकड़ा गया एक और आरोपी

5 सितंबर 2017 को हुई गौरी लंकेश हत्या मामले में एक और आरोपी को एसआईटी की जांच टीम ने झारखंड के धनबाद जिले के कतरास से गिरफ्तार किया है। एसआईटी ने कहा, “हमारी जांच टीम ने झारखंड के धनबाद जिले के कतरास से 44 वर्षीय ऋषिकेश देवडीकर नाम के शख्स को वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश हत्या मामले में बीते गुरूवार को गिरफ्तार किया है”।

कतरास रांची से क़रीब 140 किलोमीटर दूर स्थित है। और इस हत्या मामले में यह 18वां आरोपी है, जिसे हत्या में संलिप्तता और जांच को लेकर रिमांड के लिए कल न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। मुख्य जांच अधिकारी एमएन अनुचेथ ने बताया, “लंकेश को मारने की साजिश में उपयोग किए गए कागजात और अन्य साक्ष्य के लिए आरोपी शख्स देवडीकर के शहर में उसके घर पर तलाशी चल रही है, जो खुद एक सामाजिक कार्यकर्ता था”।

कौन है ऋषिकेश देवडीकर

खबरों की माने तो ऋषिकेश मूल रूप से महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है। उसपर गौरी की हत्या में शामिल होने के अलावा अन्य चार मामले भी दर्ज है जिसको लेकर पुलिस तलाश कर रही थी। उसके खिलाफ सामाजिक संस्था से जुड़े चार लोगों की हत्या का मामला दर्ज है। वह कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए झारखंड चला आया था।

पहचान छुपाकर कर रहा था काम

जानकारी के मुताबिक, आरोपी ऋषिकेश कतरास के एक व्यवसायी प्रदीप खेमका के पेट्रोल पंप पर पहचान छुपाकर करीब सात महीने से केयर टेकर का काम कर रहा था। जहां से एसआईटी की टीम ने छापा मारकर धरदबोचा।

अब तक पुलिस ने इस मामले में क्या किया

बता दें कि पुलिस अबतक इस मामले में ऋषिकेश समेत 18 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। हत्या के तकरीबन दस महीने बाद कर्नाटक पुलिस ने 30 मई 2018 को पहली चार्जशीट दाखिल की थी। जिसमें पुलिस इस नतीजे पर पहुंची थी कि हिंदू धर्म की आलोचना के चलते ही गौरी लंकेश की हत्या की गई थी।

जानें क्या है पूरा मामला

5 सितंबर 2017 को बेंगलुरु में वरिष्ठ कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश को उनके घर पर शाम को तकरीबन 8 बजे 2 बाइक सवार नकाबपोश ने गोली मारकर हत्या कर दी थी । गौरी लंकेश कन्नड़ साप्ताहिक पत्रिका ‘लंकेश पत्रिका’ की संपादक थी।

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