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नीट परीक्षा: उम्मीदवाराेें से उतरवाए अंत:वस्त्र, अभिभावकों में गुस्सा

देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और डेंटल कोर्स में एडमिशन के लिए रविवार को हुई ‘नीट’ से एक दिन पहले परीक्षा को लेकर जहां कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए। वहीं, परीक्षा में की गई सख्ती के बाद अजीबोगरीब घटनाएं सामने आई। कहीं छात्राओं की चेकिंग के दौरान उनके इनर वियर उतरवा दिए, तो कहीं फुल स्लीव कुर्ती के बाजू काट दिए गए।
नीट परीक्षा: उम्मीदवाराेें से उतरवाए अंत:वस्त्र, अभिभावकों में गुस्सा

नीट में शामिल होने के लिए अंत:वस्त्र सहित कपड़े उतारने के लिए मजबूर की गई छात्राओं के गुस्साये अभिभावकों ने कहा है कि वे सीबीएसई और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराएंगे। राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट - यूजी) में नकल रोकने के लिए केरल के कन्नूर स्थित एक परीक्षा केंद्र में कल एक लड़की से अंत:वस्त्र उतारने को कहा गया था।

इस घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि ड्रेस कोड के नाम पर एेसे दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने को किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि इस सिलसिले में कुछ शिकायतें मिली हैं। एक छात्रा से उसका अंत:वस्त्र उतारने के लिए कहा गया। यदि यह घटना सच है तो यह मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। 

केरल बाल आयोग ने लिया संज्ञान 

इस मामले पर केरल बाल अधिकार आयोग ने 10 दिनों में सीबीएसई से एक विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। वहीं, केरल मानवाधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए सीबीएसई के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है और एक उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

आयोग ने कहा, सीबीएसई के क्षेत्रीय निदेशक से तीन हफ्तों में एक स्पष्टीरण देने को कहा गया है। कन्नूर जिला पुलिस प्रमुख से भी एक रिपोर्ट देने को कहा गया है।

कैंची से काटनी पड़ी बाजू

वहीं दूसरी घटना में गुजरात के सूरत की है। यहां ड्रेस कोड के मुताबिक हाफ बाबू के कपड़े न पहनकर आने वाली छात्रा के कुर्ते के बाजू काट दिए। छात्रा को पहले फुल स्लीव कुर्ता पहनने के कारण परीक्षा में बैठने से रोका जा रहा था, लेकिन बाद में कुर्ते की बाजू को काटकर छोटा किया गया और फिर परीक्षा देने दिया गया।

सिर्फ अंग्रेजी या हिंदी में प्रश्न पत्र

तेलंगाना के वारंगल नगर के एक परीक्षा केंद्र पर नीट की परीक्षा देने आए उम्मीदवारों ने आरोप लगाया कि उन्हें तेलुगु के बजाए अंग्रेजी और हिंदी में प्रश्न पत्र दिए गए। अधिकारियों का कहना है कि जब इस बारे में पहले से नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका था तो छात्रों को इस बारे में ध्यान रखा जाना चाहिए। 

आपत्तिजनक जांच 

एक छात्रा के पिता राजेश ने बताया कि परीक्षा से पहले उनकी बेटी से टॉप उठाकर जांच करवाने और जींस पहनने की इजाजत न देने से काफी परेशान हो गई थी। राजेश को 4 किमी. दूर अपने घर दोबारा जाकर अपनी बेटी के लिए लेगिंग्स लेकर आना पड़ा। 

 

 

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