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मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में ब्रजेश ठाकुर की पत्नी समेत 7 लोगों की संपत्ति सीज करने के आदेश

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में डीएम ने मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की पत्नी और सेवा संकल्प समिति के 6...
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में ब्रजेश ठाकुर की पत्नी समेत 7 लोगों की संपत्ति सीज करने के आदेश

मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस में डीएम ने मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की पत्नी और सेवा संकल्प समिति के 6 सदस्यों की संपत्ति सीज करने का आदेश दिया है। सेवा संकल्प समिति ही बालिका गृह को चलाती था।

न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, जिला अधीक्षक ने शुक्रवार को बृजेश ठाकुर की पत्नी और एनजीओ सेवा संकल्प समिति के छह सदस्यों की संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है। यही एनजीओ वो शेल्टर होम चलाता था।

गुरुवार को मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में साइस्ता परवीन उर्फ मधु व अश्विनी कुमार को सीबीआई ने रिमांड पर लिया। इस पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे हुए। इन्होंने सीबीआई अधिकारियों को उन अधिकारियों के नाम भी बताए हैं जो ब्रजेश ठाकुर को बचाने में मदद कर रहे थे। इनमें समाज कल्याण विभाग व स्थानीय पुलिस के कई स्थानीय पुलिस अधिकारी शामिल हैं।  

बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा की संपत्ति भी कुर्क कर ली गई है

इस मामले में कथित तौर पर संलिप्तता और आर्म्स एक्ट में आरोपी बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा की संपत्ति भी कुर्क कर ली गई है। 17 नवंबर को कोर्ट ने वर्मा की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया था।

अगस्त में ही रद्द कर दिया था संकल्प सेवा समिति का लाइसेंस

मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले में मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके करीबी सहयोगियों को सीबीआई ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया है। बिहार सरकार ने संकल्प सेवा समिति का लाइसेंस भी अगस्त में ही रद्द कर दिया था।

टीआईएसएस ने बालिका गृह में नाबालिग लड़कियों के साथ रेप और यौन शोषण का खुलासा किया था

टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, मुंबई (टीआईएसएस) ने अपने सोशल ऑडिट के आधार पर मुजफ्फरपुर के साहू रोड स्थित बालिका गृह में नाबालिग लड़कियों के साथ कई महीने तक रेप समेत यौन शोषण होने का खुलासा किया था।

शेल्टर होम में 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि

मेडिकल जांच में शेल्टर होम की कम से कम 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई है। कुछ पीड़ित बच्चियों ने कोर्ट को बताया कि उन्हें नशीला पदार्थ दिया जाता था फिर उनके साथ रेप किया जाता था। इस दौरान उनके साथ मारपीट भी होती थी। पीड़ित लड़कियों ने बताया कि जब उनकी बेहोशी छंटती थी और वो होश में आती थीं तो खुद को निर्वस्‍त्र (बिना कपड़ों) पाती थीं। इस साल बीती 28 जुलाई को सीबीआई की टीम ने मामले की जांच शुरू की थी। इस केस में लगभग 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज है।

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