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आईपी यूनिवर्सिटीः दीक्षांत समारोह में उपराज्यपाल ने कहा- नई शिक्षा नीति लागू करना सराहनीय काम, कम्यूनिटी आउटरीच पर भी दिया बल

आईपी यूनिवर्सिटी के 15 वाँ दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति एवं दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार...
आईपी यूनिवर्सिटीः दीक्षांत समारोह में उपराज्यपाल ने कहा- नई शिक्षा नीति लागू करना सराहनीय काम, कम्यूनिटी आउटरीच पर भी दिया बल

आईपी यूनिवर्सिटी के 15 वाँ दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति एवं दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना  ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने नई शिक्षा नीति 2020 को तुरंत लागू करके अत्यंत सराहनीय काम किया है। उन्होंने कहा कि येस ऐसे समय में हुआ है, जब यूनिवर्सिटी अपनी स्थापना की रजत जयंती मना रही है इसे कम्यूनिटी आउटरीच पर भी बल देना चाहिए, छात्रों की अधिक से अधिक भागीदारी भी इसमें होनी चाहिए।

मंगलवार को द्वारका कैम्पस में आयोजित इस समारोह मे 28,195 डिग्री और 87 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। 24, 181 यूजी डिग्री, 3,833 पीजी डिग्री, 32 एम॰ फ़िल डिग्री और 149 पीएचडी डिग्री प्रदान कि गई। डॉक्टर बी॰ पी॰ जोशी स्वर्ण पदक एमबीए स्टूडेंट मयंक जैन को दिया गया। सिद्धार्थ खिटोलिया अवार्ड बी॰ आर्क स्टूडेंट चेतना गर्ग को दिया गया।

उप-राज्यपाल ने कहा कि  दिल्ली एक तरह से ‘ छोटा भारत’ है क्योंकि यहाँ पूरे देश से आकर लोग रहते हैं। अपने शहर से अपनेपन का भाव लोगों में कम हैं। अपनेपन का भाव और लगाव में ही इस शहर की सभी समस्याओं का समाधान छुपा है। अगर हम सोच लेंगे कि यमुना को गंदा नहीं करना है तो अपने आप यमुना नदी की गंदगी समाप्त हो जाएगी। इसी तरह से दिल्ली की अन्य समस्याओं के बारे में भी हम सोच सकते हैं।

भारत के जी- 20 शेरपा एवं नीति आयोग के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत  ने दीक्षांत भाषण देते हुए कहा कि अपने देश ने पिछले आठ सालों में अत्यंत तरक़्क़ी की है। आज हम दुनिया की पाँचवी सबसे बड़ी आर्थिक ताक़त हैं। आज हमारे पास 99 हज़ार स्टार्ट अप हैं। तकनीकी के उन्नयन के साथ युवाओं में  रोज़गार के नए- नए अवसर पैदा हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अब समय बदल गया है। अब हम विकसित देशों के लिए एजेंडा तय कर रहे हैं। भारत को ‘जी 20 समिट’की मेज़वानी मिलना इसका एक बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि आज हम कई छेत्रों में आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने छात्रों का आह्वान करते हुए उन्हें बदलते भारत के साथ बदलाव का वाहक बन कर काम करने को कहा।

दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि इस दहलीज़ से निकलने के बाद उन्हें उन लोगों के बारे में भी सोचना चाहिए जो इस तरह की शिक्षा से महरूम हैं। यह देश नंबर वन तभी बनेगा जब हम समावेशी विकास की दिशा में काम करेंगे।

यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डा. महेश वर्मा ने इस अवसर पर यूनिवर्सिटी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए बताया कि यूनिवर्सिटी ने अभी जारी एनआईआरएफ़ रैंकिंग में सुधार किया है, यूनिवर्सिटी को नैक का सर्वश्रेष्ठ रैंक हाल मे मिला है और यूनिवर्सिटी अपनी स्थापना के रजत जयंती वर्ष में सालों- भर कोई- न- कोई प्रोग्राम आयोजित कर रही है। उन्होंने यह भी बताया कि यूनिवर्सिटी के पूर्वी दिल्ली स्थित आइकॉनिक कैम्पस का उद्घाटन 8 जून को किया जाएगा।

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