यूपी सरकार अब मंदिर शहर के मशहूर अयोध्या के कायाकल्प की तैयारी सरकार कर रही है। यहां रिसॉर्ट्स, पांच सितारा होटल, अंतर्राष्ट्रीय बस टर्मिनल और एक हवाई अड्डे के निर्माण की योजना है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार ने सरयू नदी पर एक क्रूज शुरू करने की भी योजना है। शहर के विकास के लिए इक्ष्वाकुपुरी विकास प्राधिकरण (आईडीए) प्रस्तावित है जिसकी जल्द ही घोषणा हो सकती है।
आईडीए तीन, चार और पांच-सितारा श्रेणी के होटल और रिसॉर्ट की स्थापना करेगा। इनमें कमरों का किराया तीन हजार से लेकर साढ़े पांच हजार रुपये प्रति रात होगा। साथ ही धर्मशालाएं, डॉर्मिटरी, मनोरंजक चीजें भी होंगी। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, सौर ऊर्जा संयंत्र के अलावा वैदिक संस्थानों और आश्रमों की स्थापना भी होगी। पूरे प्रोजेक्ट के 2040-41 तक पूरा होने की उम्मीद है।
यूपी सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह "यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है, और यह अयोध्या को वैश्विक स्तर तक पहुंचाएगा। मंदिर शहर में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा।" यूपी सरकार के अधिकारी ने कहा, "पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) और ऑक्शन मॉडल के तहत इस मेगा प्रोजेक्ट को बनाया जा सकता है।"
मेगा प्रोजेक्ट के लिए प्रस्तावित वित्त रणनीति चार चरणों में है। पहला चरण तैयारी और निर्माण से संबंधित है। इसके 2020-21 से शुरू होने और 2030-31 तक समाप्त होने की संभावना है। दूसरा और तीसरा में संचालन और रखरखाव, विस्तार और स्थिरीकरण से जड़ा है। इन दोनों चरणों के 2030-31 में शुरू होने और 2040-41 में समाप्त होने की संभावना है। इसके बाद, चौथा चरण होगा और यह प्रोजेक्ट को स्थिर करेगा। इसके आगे विस्तार के लिए यूपी सरकार की अतिरिक्त मदद की जरूरत नहीं होगी।
अधिकारी सौर ऊर्जा के माध्यम से बिजली उत्पादन के पहलू पर गौर कर रहे हैं ताकि राजस्व में मदद मिल सके क्योंकि मौजूदा वाणिज्यिक दरों पर मौजूदा ग्रिड को अतिरिक्त आपूर्ति की जा सकती है।
स्थानीय अधिकारी का कहना है कि अयोध्या का पूरा बदलाव करने की तैयारी है जिसके तहत रिसॉर्ट्स, पांच सितारा होटल, अंतर्राष्ट्रीय बस टर्मिनल और एक हवाई अड्डे के निर्माण की योजना है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश सरकार ने सरयू नदी पर एक क्रूज शुरू करने की भी योजना बनाई है।
सरकार ने अयोध्या तीर्थ विकास परिषद का गठन किया है। अयोध्या में सरयू नदी पर नदी क्रूज शुरू करने की योजना पर काम चल रहा है। अयोध्या को तिरुपति जैसा शहर बनने में लगभग चार साल लगेंगे।"
अयोध्या में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण के लिए तेजी से काम शुरू किया जाएगा, ताकि अप्रैल 2020 में राम नवमी (भगवान राम का जन्म उत्सव) परपहली उड़ान भरी जा सके। एक अंतर्राष्ट्रीय बस टर्मिनल के निर्माण के अलावा अयोध्या रेलवे स्टेशन का विस्तार भी किया जाएगा। इसके अलावा, 5 किमी लंबा एक फ्लाईओवर फैजाबाद और अयोध्या के बीच बनाया जाएगा।
पांच सितारा होटल बनाने और अयोध्या में 10 रिसॉर्ट स्थापित करने का काम दिसंबर में शुरू होने की संभावना है।
अधिकारी के मुताबिक, "अयोध्या भगवान राम मंदिर बनने के बाद देश का सबसे बड़ा धार्मिक स्थल होगा। यदि एक दिन में 8 घंटे के लिए 2,000 कारीगर काम करेंगे, तो मंदिर दो-घंटे में तैयार हो जाएगा। कारीगर अब तक 65 फीसदी पत्थरों की नक्काशी कर चुके हैं।"
एक गौशाला का शे), धर्मशाला और वैदिक संस्थान के साथ-साथ अन्य धार्मिक इमारतें राम मंदिर के आसपास बनाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि 10,000 'रैन बसेरा' (सामुदायिक विश्राम स्थल) का भी निर्माण किया जाएगा। भगवान राम से संबंधित सभी तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा।-