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पाक हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय एयरलाइनों को 548 करोड़ का नुकसान, अभी नहीं मिलेगी राहत

पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक किए जाने बाद पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र बंद होने से...
पाक हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय एयरलाइनों को 548 करोड़ का नुकसान, अभी नहीं मिलेगी राहत

पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक किए जाने बाद पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय एयरलाइनों का नुकसान अभी और बढ़ने की आशंका है। दो जुलाई तक भारतीय एयरलाइन को 548 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। पाकिस्तान ने अपना हवाई क्षेत्र खोलने के लिए शर्त रख दी है कि पहले भारत अपने अग्रिम हवाई ठिकानों से लड़ाकू विमान हटाए, तभी वह अपना हवाई क्षेत्र खोलेगा। ऐसे में भारतीय एयरलाइन का नुकसान और बढ़ सकता है। दरअसल भारत से यूरोप और अमेरिका जाने वाली उड़ानों को वैकल्पिक लंबे रूटों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है, इसलिए एयरलाइनों का ईंधन खर्च बढ़ने से नुकसान उठाना पड़ रहा है।

एयर इंडिया को 491 करोड़ रुपये की क्षति

सिविल एविएशन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले सप्ताह संसद में बताया था कि दो जुलाई तक भारतीय एयरलाइन को 548 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। इसमें से एयर इंडिया को 90 फीसदी यानी 491 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके अलावा इंडिगो को 31 मई तक 25.1 करोड़ रुपये, स्पाइसजेट और गो एयर को 20 जून तक क्रमशः 30.73 करोड़ और 2.1 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 

लड़ाकू विमान हटाने की शर्त रखी पाक ने

पाकिस्तान के एविएशन सचिव शाहरुख नुसरत ने संसदीय समिति को जानकारी दी है कि भारत सरकार ने हवाई क्षेत्र खोलने के लिए हमसे संपर्क करके अनुरोध किया था। हमने अपनी समस्याएं बता दी हैं। हमने भारत से कहा है कि उसे अग्रिम ठिकानों से लड़ाकू विमान हटाने होंगे। बालाकोट हवाई हमले के बाद संभवतः पहली बार पाकिस्तान के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने सार्वजनिक रूप से हवाई क्षेत्र खोलने के लिए शर्तों का उल्लेख किया है। नुसरत के अनुसार, भारतीय अधिकारियों को बता दिया गया है कि हवाई ठिकानों पर लड़ाकू विमान तैनात हैं, इसलिए वह हवाई क्षेत्र पर लगा प्रतिबंध नहीं हटाएगा।

प्रतिबंध की अवधि बार-बार बढ़ाई पाक ने

डॉन न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार, नुसरत, जो सिविल एविएशन अथॉरिटी के डायरेक्टर जनरल भी हैं, ने एविएशन की सीनेट स्टैंडिंग कमेटी को बताया कि उनके विभाग ने भारतीय अधिकारियों को सूचित कर दिया है कि पाकिस्तान हवाई क्षेत्र भारत के लिए तब तक बंद रहेगा जब तक वह अग्रिम ठिकानों से लड़ाकू विमान नहीं हटा लेता है। सिविल एविएशन अथॉरिटी ने हवाई क्षेत्र पर प्रतिबंध 12 जुलाई तक के लिए बढ़ा दिया था। उससे पहले यह प्रतिबंध 30 जून तक लागू था।

भारत के प्रतिबंध से पाक की तमाम उड़ानें अभी भी बंद

पाकिस्तान अधिकारियों ने भारत के इस दावे का भी खंडन किया कि उसने पाकिस्तान के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोल दिया है। एविएशन अथॉरिटी के डायरेक्टर जनरल ने कमेटी को बताया कि भारतीय हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद पाकिस्तान से थाईलैंड के लिए उड़ानें दोबारा चालू नहीं हो पाई हैं। पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन की मलेशिया की भी उड़ानें निलंबित चल रही हैं।

विशेष अनुमति के बाद भी मोदी नहीं उड़े थे पाक के ऊपर से

पिछले महीने पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वीवीआइपी उड़ान के लिए विशेष अनुमति दी थी ताकि वे पाकिस्तान हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करके अपनी आधिकारिक यात्रा पर किर्गिस्तान की राजधानी बिशकेक में शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन समिट के लिए जा सकें। लेकिन मोदी की उड़ान के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं किया गया। उससे पहले पाकिस्तान ने भारत की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को 21 मई को बिशकेक में एससीओ की विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी थी।

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