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सीडीएस जनरल रावत ने कहा- जम्मू-कश्मीर के लिए अलग 'थिएटर कमान' का होगा गठन

देश में पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत...
सीडीएस जनरल रावत ने कहा- जम्मू-कश्मीर के लिए अलग 'थिएटर कमान' का होगा गठन

देश में पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में भारत अलग 'थिएटर कमान' स्थापित करने की योजना बना रहा है। जनरल रावत ने चुनिंदा पत्रकारों के एक समूह से कहा कि वायु रक्षा कमान अगले साल की शुरुआत में और 'पेनिसुलर कमान' 2021 के अंत तक शुरू की जाएगी।

सीडीएस बिपिन रावत ने आगे कहा कि भारतीय वायु सेना, भारतीय वायु रक्षा कमान के अधीन आएगी। लंबी दूरी की सभी मिसाइलें और वायु रक्षा से जुड़ी संपत्ति इसके दायरे में आएंगी। भारत जम्मू-कश्मीर में अलग 'थिएटर कमान' स्थापित करने की योजना बना रहा है। भारतीय नौसेना की पूर्वी और पश्चिमी कमान का विलय 'पेनिसुलर कमान' में किया जाएगा।' प्रमुख रक्षा अध्यक्ष ने कहा कि 'भारत के पास अलग प्रशिक्षण और सैद्धांतिक कमान 'लॉजिस्टिक्स' कमान भी होगी।'

रावत ने 114 लड़ाकू विमानों सहित बड़े सौदों की क्रमबद्ध तरीके से खरीदारी की नीति का भी समर्थन किया। जनरल रावत ने कहा कि स्वदेश निर्मित विमान वाहक पोत के प्रदर्शन का आकलन करने के बाद नौसेना की तीसरे विमान वाहक पोत की मांग पर गौर किया जाएगा। नौसेना के लिए विमान वाहक पोत की तुलना में पनडुब्बियां प्राथमिकता हैं।

अभी देश में हैं कुल 17 कमान

बता दें कि भारत में अभी केंद्रीय एकीकृत कमान की स्थापना नहीं हुई है। भारत में कुल 17 कमान हैं। इनमें से थल सेना के 7, वायु सेना के 7 और नौसेना के तीन कमान हैं। तीनों सेनाओं के कमान को एकीकृत करके संयुक्त थिएटर कमान बनाने की बात चल रही है। संयुक्त थिएटर कमान में तीनों सेनाएं और उनके लॉजिस्टिक शामिल होंगे। फिलहाल देश की रक्षा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए संयुक्त थिएटर कमान बनाए जाने वाले हैं लेकिन इनकी संख्या कितनी होगी यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है।

क्यों है जरूरी 

सुरक्षा हालात एवं भविष्य की सामरिक एवं रक्षा रणनीतियों को देखते हुए ऐसे कमान की जरूरत पर जोर दिया जा रहा है जिसमें तीनों सेनाएं थल, वायु और नौसेना शामिल हों ताकि जरूरत पड़ने पर तीनों सेनाएं एक साथ किसी मिशन एवं अभियान को अंजाम दे सकें। एकीकृत कमान होने से तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल एवं समन्वय स्थापित होगा और इससे अभियान एवं मिशन में ज्यादा अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। हाल के वर्षों में भारत ने जो अभियान चलाए उनमें कहीं न कहीं तीनों सेनाओं के बीच समन्वय का अभाव दिखा। जनरल रावत कह चुके हैं कि भविष्य की चुनौतियों एवं सेना के संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करने के लिए तीनों सेनाओं के बीच तालमेल और उनके बीच कम्युनिकेशन और को-आर्डिनेशन को और बेहतर बनाने की जरूरत है। अमेरिका, चीन सहित कई देशों के पास संयुक्त थिएटर कमान हैं।

 

 

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