Advertisement

कोरोनाः स्वास्थ्य मंत्रालय ने जताई चिंता, कहा- सुपर स्प्रेडर के तौर पर उभर रहा 'महाकुंभ', अगले चार हफ्ते अहम

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना के तेजी बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है। स्वास्थ्य...
कोरोनाः स्वास्थ्य मंत्रालय ने जताई चिंता, कहा- सुपर स्प्रेडर के तौर पर उभर रहा 'महाकुंभ', अगले चार हफ्ते अहम

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना के तेजी बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगाह किया है कि अगले चार सप्ताह कोरोना के लिहाज से काफी अहम रहने वाले हैं। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि ,''उत्तराखंड में आयोजित महाकुंभ सुपर स्प्रेडर के तौर पर उभर रहा है। कुंभ के आयोजन की अवधि पहले ही घटाकर एक महीने कर दी गई है। कुंभ तीन से चार महीने का होता है।''

एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि, ''मौजूदा आयोजन को एक महीने का कर दिया गया है, जहां तक सुपर स्प्रेडर इवेंट्स का सवाल है तो केंद्र की तरफ से ऐसे आयोजनों को लेकर दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।'' नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने कहा कि उम्मीद है कि ऐसे आयोजनों के दौरान एसओपी का पालन किया जा रहा होगा।

स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़े हैं। खासतौर से पंजाब, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र को लेकर उन्होंने फिक्र जताते हुए टेस्ट बढ़ाने की भी सलाह राज्यों को दी है। उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र और पंजाब में टेस्ट बढ़ने की बजाय कम हो रहे हैं। टेस्ट फिर से बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश के कुल मामलों में से करीब 58 फीसदी मामले महाराष्ट्र में आ रहे हैं। वहीं कोरोना से जो मौतें हो रही हैं, उनमें से भी 34 फीसदी महाराष्ट्र से हैं। महाराष्ट्र में साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट फरवरी में 6 फीसदी पर आ गई थी। अब यह 24 फीसदी पर पहुंच गई है, जो कि चिंता का विषय है। देश के दस सबसे ज्यादा कोरोना प्रभावित दस राज्यों में से भी सात महाराष्ट्र से हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15 हाईलेवल टीमें बनाई हैं। जो महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब में जाएंगी। ये टीमें महाराष्ट्र के 30 जिलों, छत्तीसगढ़ के 11 जिलों और पंजाब के 9 जिलों में जाएंगी और हालात का जायजा लेते हुए रोजाना अपनी रिपोर्ट केंद्र को भेजेंगी।

वहीं नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है। कोरोना इस बार बीते साल के मुकाबले ज्यादा तेजी से फैल रहा है। ऐसे में अगले चार सप्ताह काफी अहम रहने वाले हैं। हमें इसे हराना होगा और एक बार फिर से इस वायरस के खिलाफ जंग जीतनी होगी। वैक्सीनेशन को लेकर राजेश भूषण ने कहा कि हमने कोरोना से ज्याद. प्रभावित राज्यों में पहले से ही ढील दी हुई है। पात्र लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर जाकर खुद से वैक्सीन लगवाने की छूट दी गई है। आईसीएमआर के डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि विश्वभर में रिइंफेक्शन के एक प्रतिशत मामले हैं। एक बार टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद दोबारा आप नेगेटिव हो जाते हैं और फिर 100 दिन के अंदर अगर आपको फिर से संक्रमण हो जाता है तो ये रिइंफेक्शन है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad