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चीन के मीडिया ने भारत को धमकाया, पीछे हट जाओ नहीं तो खदेड़ दिए जाओगे

सिक्किम में चीन द्वारा विवादित स्थान पर सड़क बनाने को लेकर भारत और चीन के बीच तीन सप्ताह से गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों के सैनिक विवादित स्थल पर तैनात हैं।
चीन के मीडिया ने भारत को धमकाया, पीछे हट जाओ नहीं तो खदेड़ दिए जाओगे

चीन के सरकारी मीडिया ने फिर कहा है कि नयी दिल्ली को या तो सिक्किम से अपने सैनिकों को सम्मान से वापस बुला लेना चाहिए या फिर उन्हें धक्के मारकर खदेड़ दिया जाएगा।

चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने संपादकीय में लिखा है कि भारत की सेना चीन से सीमा विवाद में उलझती है तो उसे 1962 से भी ज्यादा नुकसान झेलना पड़ेगा। चीन की सेना को भारत को सबक सिखाना चाहिए।

सिक्किम में चीन द्वारा विवादित स्थान पर सड़क बनाने को लेकर भारत और चीन के बीच तीन सप्ताह से गतिरोध बना हुआ है। दोनों देशों के सैनिक विवादित स्थल पर तैनात हैं।

ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत को तगड़ा सबक सिखाना चाहिए। यदि भारत चीन के साथ उलझता है तो उसे 1962 से ज्यादा नुकसान उठाना पड़ेगा। वहीं चाइना डेली ने लिखा है कि भारत को आईना देखना चाहिए।

ग्लोबल टाइम्स लिखता है, ‘हम उम्मीद करते हैं कि चीन की पीपुल्स ‌लिबरेश्‍ान आर्मी  इतनी ताकतवर है कि चीनी क्षेत्र से भारतीय सैनिकों को भगा सकती है, अब भारत की आर्मी को तय करना है कि वह सम्मान से बाहर जाना पसंद करेगी या फिर चीनी सैनिक उन्हें खदेड़कर बाहर करें।’

 ‘यदि नई दिल्ली को लगता है कि वह अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन डोका ला में कर सकता है और भारत ढाई मोर्चे पर युद्ध के लिए तैयार है तो हम भारत को कहना चाहेंगे कि हम उसकी सैन्य क्षमता को कमतर आंकते हैं।’ बता दें कि कुछ दिन पहले आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा थ्‍ाा कि भारत ढाई मोर्चों पर यानी ‌कि पाकिस्तान, चीन और नक्सलियों से एक साथ युद्ध करने के लिए तैयार है।’

अखबार ने रक्षामंत्री अरुण जेटली के बयान का संदर्भ देते हुए कहा है कि जेटली ने ठीक ही कहा था कि 2017 का भारत 1962 से अलग है, भारत को 1962 से ज्यादा नुकसान झेलना होगा। अखबार के मुताबिक भारत का मकसद डोकलांग को एक विवादित क्षेत्र बनाना है। 

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