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तब्लीगी जमात से जुड़े 2,550 विदेशी नागरिक ब्लैकलिस्ट, दस साल के लिए भारत आने पर रोक

तब्लीगी जमात से जुड़े 2,550 विदेशी नागरिकों को गृहमंत्रालय ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। सूत्रों के अनुसार,...
तब्लीगी जमात से जुड़े 2,550 विदेशी नागरिक ब्लैकलिस्ट, दस साल के लिए भारत आने पर रोक

तब्लीगी जमात से जुड़े 2,550 विदेशी नागरिकों को गृहमंत्रालय ने ब्लैकलिस्ट कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, इन विदेशियों के दस साल के लिए भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। ये नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत आकर तब्‍लीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इन नागरिकों को वीजा नियमों का उल्लंघन करने के लिए प्रतिबंधित किया गया है।

निजामुद्दीन मरकज से जुड़ी तब्लीगी जमात मामले की जांच में जुटी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बीते 28 मई को तबलीगी जमात से जुड़े तीन देशों के 541 विदेशी नागरिकों के खिलाफ दिल्ली की साकेत कोर्ट में 12 आरोप पत्र दायर किए। कोर्ट 25 जून को मामले की सुनवाई करेगी। इससे पहले दिल्ली पुलिस 32 देशों के 374 विदेशी नागरिकों के खिलाफ आरोप पत्र दायर कर चुकी है। अधिकारियों ने बताया कि तबलीगी जमात के सदस्यों के खिलाफ आरोप लगाए गए हैं कि उन्होंने वीजा नियमों एवं महामारी संबंधी कानून के तहत सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया तथा ऐसी लापरवाही की जो जानलेवा बीमारी फैलाने की वजह बन सकती है।

सरकार ने किया था ब्लैकलिस्ट

देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी जमात के लोग बड़ी संख्या में जुटे थे जिससे अन्य लोगों में भी कोरोना वायरस काफी संख्या में फैल गया था। गृह मंत्रालय ने अप्रैल महीने में तब्लीगी जमात के 960 विदेशी नागरिकों को ब्लैक लिस्ट कर दिया था। साथ ही इनके वीजा को रद्द कर दिया गया था। गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस और अन्य राज्यों की पुलिस से अपने-अपने क्षेत्र में रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम और विदेशी नागरिक अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को कहा था। 

मौलाना साद है लापता       

दिल्ली पुलिस ने 31 मार्च को निजामुद्दीन थाना प्रमुख की शिकायत पर तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कंधावली समेत सात लोगों के खिलाफ पहली प्राथमिकी दर्ज की थी। हालांकि उसके बाद इस मामले में नए-नए खुलासे हुए। प्रवर्तन निदेशालय ने भी अलग से जांच शुरू कर दी। इस मरकज के अवैध तरीके से बने होने का मुद्दा भी उठा, लेकिन अभी तक जमात के नेता मौलाना साद का पता नहीं चला है। पुलिस कई बार उसके खिलाफ नोटिस जारी कर चुकी है।

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