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बिहार: भारी बारिश से कोसी समेत पांच नदियां उफान पर, छह जिलों में बाढ़

उत्तर बिहार के जिलों सहित इंडो-नेपाल बॉर्डर से जुड़े इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। एक सप्ताह से...
बिहार: भारी बारिश से कोसी समेत पांच नदियां उफान पर, छह जिलों में बाढ़

उत्तर बिहार के जिलों सहित इंडो-नेपाल बॉर्डर से जुड़े इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश के चलते यहां की नदियां उफनाकर खतरे के निशान तक पहुंच गई हैं। नेपाल के तराई इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते वहां से बिहार की ओर आ रही नदियों की स्थिति गंभीर हो गई है। कोसी समेत पांच नदियां उफान पर हैं और छह जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है।

नेपाल से बिहार आने वाली नदियां खतरे के निशान से ऊपर

नेपाल सरकार और मौसम विभाग ने शुक्रवार को चेतावनी जारी की। इस चेतावनी में नेपाल के दक्षिणी इलाके में नदियों का जल स्तर खतरे तक पहुंचने की बात कही गई है। नेपाल के दक्षिणी इलाकों में उफनाई नदियों का असर बिहार के उत्तरी इलाकों के जिलों मुजफ्फरनगर, पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, अररिया और सुपौल पर पड़ेगा।

नेपाल से बिहार की ओर आने वाली नदी बागामती काठमांडू में खतरे के निशान से ऊपर आ गई है। रिपोर्ट्स की मानें तो काठमांडू की चार नदियां बागामती, बिष्णुमति, मनोहरा और नक्खू भी जल्द ही खतरे के निशान के ऊपर पहुंच सकती हैं।

दूसरे इलाकों में भी बाढ़ की संभावना

बिहार में 3 जुलाई तक 45 फीसदी पानी कम बरसा था लेकिन बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के बाद अब यहां 9 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है। उत्तर बिहार की पांच नदियां खतरे से निशान के ऊपर पहुंच चुकी हैं।

बाढ़ की संभावना को देखते हुए विभाग हर रोज बुलेटन जारी कर रहा है। शुक्रवार को इस बुलेटन में कहा गया कि बागमती सीतामढ़ी के चार इलाकों में खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। चार अन्य नदियों कमला बलान, भुतही बलान, लालबकैया और महानंदा की भी यही स्थिति है।

सड़क परिवहन, रेल संचालन ठप

प्रभावित जिलों में नदियों से सड़क मार्ग और रेल मार्ग प्रभावित हुआ है। शुक्रवार की शाम को मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-रक्सौल के बीच ट्रेनें निरस्त कर दी गईं। बागमती के उफनाने से मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा जिलों की कई सड़कें कट गई हैं। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर को पश्चिमी चंपारण जिले से जोड़ने वाली भी कट गई है। राज्य में पानी की स्थिति की देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल मीटिंग बुलाई।

इधर मौसम विभाग ने 15 जुलाई तक बिहार के कई इलाकों में मूसलाधार बारिश की संभावना व्यक्त की है। सीनियर अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ को लेकर जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। नदियों पर चौबीस घंटे निगरानी रखी जा रही है। नदियों के हर एक किलोमीटर की दूरी पर गार्ड्स तैनात किए गए हैं। कोसी नदी का डिस्चार्ज बढ़ गया है। इंजिनियर ने बताया कि कोसी बैराज से शुक्रवार को 1 लाख 70 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

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