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79वां स्वतंत्रता दिवस: जाने राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन ने क्या कहा?

भारत अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस को शुक्रवार, 15 अगस्त को पूरे देशभक्ति के जोश के साथ मनाने की तैयारी कर...
79वां स्वतंत्रता दिवस: जाने राष्ट्रपति मुर्मू ने राष्ट्र के नाम संबोधन ने क्या कहा?

भारत अपने 79वें स्वतंत्रता दिवस को शुक्रवार, 15 अगस्त को पूरे देशभक्ति के जोश के साथ मनाने की तैयारी कर रहा है। यह दिन देश की उस आज़ादी का प्रतीक है, जब 1947 में 200 से अधिक वर्षों के ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन का अंत हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार शाम राष्ट्र को संबोधित किया।

गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले पर देश की निर्णायक प्रतिक्रिया की सराहना की, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को रेखांकित किया और रक्षा क्षेत्र में देश की एकता और बढ़ती आत्मनिर्भरता पर जोर दिया।

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों की "कायराना और बेहद अमानवीय" हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों ने सीमा पार आतंकवादी ढांचे को ध्वस्त कर "रणनीतिक स्पष्टता और तकनीकी क्षमता" का परिचय दिया। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक ऐतिहासिक घटना बताया और कहा कि भारत की सेनाओं ने "दृढ़ संकल्प" के साथ "सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया"।

उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि ऑपरेशन सिंदूर मानवता की आतंकवाद से लड़ाई में इतिहास में दर्ज होगा।" राष्ट्रपति ने जोर दिया कि राष्ट्र की एकता ही उन लोगों को सबसे "उचित जवाब" है, जो इसे बांटने की कोशिश करते हैं। उन्होंने संसद सदस्यों के बहुदलीय प्रतिनिधिमंडलों का ज़िक्र किया, जिन्होंने विभिन्न देशों में जाकर भारत की स्थिति को स्पष्ट किया। यह कदम देश के सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन था।

उन्होंने कहा, "दुनिया ने भारत का रुख देख लिया है कि हम आक्रामक नहीं होंगे, लेकिन अपने नागरिकों की रक्षा के लिए प्रतिकार करने में संकोच नहीं करेंगे।" राष्ट्रपति ने ऑपरेशन सिंदूर को रक्षा क्षेत्र में 'आत्मनिर्भर भारत' मिशन की सफलता का प्रमाण बताया।

उन्होंने कहा, "नतीजों ने साबित किया है कि हम सही रास्ते पर हैं। हमारे स्वदेशी निर्माण ने वह अहम स्तर हासिल कर लिया है, जिससे हम अपनी कई सुरक्षा जरूरतों को खुद पूरा करने में सक्षम हैं। ये स्वतंत्रता के बाद भारत के रक्षा इतिहास की ऐतिहासिक उपलब्धियां हैं।" राष्ट्रपति ने अच्छे शासन और "भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता" की अहमियत पर भी जोर दिया। उन्होंने महात्मा गांधी का यह कथन दोहराया, "भ्रष्टाचार और पाखंड, लोकतंत्र के अनिवार्य परिणाम नहीं होने चाहिए" और सभी नागरिकों से गांधीजी के आदर्श को पूरा करने तथा भ्रष्टाचार मिटाने का संकल्प लेने की अपील की।

'राष्ट्रीय हथकरघा दिवस' का ज़िक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह दिन 1905 के 'स्वदेशी आंदोलन' की याद दिलाता है, जिसे बाद में महात्मा गांधी ने भारतीय कारीगरों के उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा कि स्वदेशी की भावना आज भी 'मेक इन इंडिया' अभियान और 'आत्मनिर्भर भारत अभियान' जैसी राष्ट्रीय पहलों को प्रेरित करती है।

गुरुवार को भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में शामिल अपने सैनिकों की बहादुरी को भी सलाम किया, जिन्होंने तीन महीने पहले पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी और सैन्य ठिकानों पर प्रहार किया था। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर उनके लिए कई युद्धकालीन सम्मान मंजूर किए।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति ने 127 वीरता पदक और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी है, जिनमें चार कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना मेडल (वीरता), 58 सेना मेडल (वीरता), छह नौ सेना मेडल (वीरता), 26 वायु सेना मेडल (वीरता), सात सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल, नौ उत्तम युद्ध सेवा मेडल और 24 युद्ध सेवा मेडल शामिल हैं।

हर साल स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में ध्वजारोहण समारोह के साथ मनाया जाता है। लोग राष्ट्रगान गाते हैं और परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हैं। 79वें स्वतंत्रता दिवस का विषय ‘नया भारत’ है। रक्षा मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह विषय 2047 तक भारत को समृद्ध, सुरक्षित और स्वतंत्र बनाने के लक्ष्य को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐतिहासिक लाल किले से समारोह का नेतृत्व करेंगे, जहां वे राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे। फ्लाइंग ऑफिसर रशिका शर्मा तिरंगा फहराने में उनकी सहायता करेंगी।

इस वर्ष लाल किले पर होने वाले समारोह में देशभर से विभिन्न क्षेत्रों से चुने गए लगभग 5,000 विशेष अतिथि शामिल होंगे। इनमें स्पेशल ओलंपिक्स 2025 के लिए भारतीय दल के सदस्य, अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के विजेता, स्वच्छता अभियान के 50 उत्कृष्ट कार्यकर्ता, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के आदिवासी बच्चे आदि होंगे।

इस वर्ष के आयोजन में समन्वयक सेवा भारतीय वायुसेना है, जिसमें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर, 21 तोपों की सलामी और विशेष फ्लाईपास्ट शामिल होगा, जिसमें राष्ट्रीय ध्वज और ऑपरेशन सिंदूर का ध्वज दोनों प्रदर्शित किए जाएंगे।

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