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एमी नॉमिनेटड फिल्ममेकर तिरलोक मलिक की 'टू न्यू इंडिया विद लव' फिल्म अमेरिका जाने वाले प्रवासी भारतीयों पर आधारित, जानें- क्या है पूरी कहानी

आयुर्वेद रेस्टोरेंट चलाने वाले तिरलोक मलिक जो हैप्पी लाइफ योग स्पीकर और एमी नामांकित भारतीय-अमेरिकी...
एमी नॉमिनेटड फिल्ममेकर तिरलोक मलिक की 'टू न्यू इंडिया विद लव' फिल्म अमेरिका जाने वाले प्रवासी भारतीयों पर आधारित, जानें- क्या है पूरी कहानी

आयुर्वेद रेस्टोरेंट चलाने वाले तिरलोक मलिक जो हैप्पी लाइफ योग स्पीकर और एमी नामांकित भारतीय-अमेरिकी फिल्म निर्माता हैं। इन्हें अमेरिका में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के ऊपर 'लोनली इन अमेरिका', 'खुशियां' और 'ऑन गोल्डन इयर्स' जैसी फिल्में बनाने के लिए जाना जाता है।

अब उनकी नई शॉर्ट फिल्म, 'टू न्यू इंडिया विद लव' युवा आकांक्षाओं के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को छूने का प्रयास कर रही है। ये फिल्म भारत की आजादी के 75वें साल के मौके पर रिलीज हो रही है। फिल्म को पारिख वर्ल्डवाइड मीडिया के चेयरमैन पद्म श्री डॉ. सुधीर पारिख द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है। पारिख ने कहा है, 'भारत का भविष्य युवाओं के कंधों पर टिका है। इसलिए युवाओं को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया हर कदम न्यू इंडिया के सपने को साकार करने की दिशा में एक कदम है। फिल्म 'टू न्यू इंडिया विद लव' युवाओं को प्रेरित करने और नए भारत के निर्माण की दिशा में उनमें आशा और विश्वास पैदा करने का एक ईमानदारी से किया गया प्रयास है।"

क्लिक कर यहां देखें फिल्म का ट्रेलर...

ये शॉर्ट फिल्म 'टू न्यू इंडिया विद लव' एक युवा कॉलेज छात्र विजय की कहानी है,जो एनआरआई विजिटिंग प्रोफेसर खन्ना से अमेरिका जाने में मदद करने के लिए कहता है और उसका पासपोर्ट तैयार हैं। निर्देशित शॉर्ट फिल्म भावनात्मक संघर्ष को टटोलती है जो जीवन की वास्तविकता के साथ आता है। जब विजय प्रो. खन्ना से पूछता है कि क्या वो उन्हें अमेरिका जाने में मदद कर सकते हैं, तो प्रोफेसर उन्हें याद दिलाते हैं कि "नया भारत बन रहा है" और उन्हें न्यू इंडिया में योगदान देने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। विजय सहमत नहीं होता है और वो अपनी कुंठाओं और संघर्षों को व्यक्त करते हुए कहता है, "नया भारत सब कुछ नकली है"। 

विजय अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करता है लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल रही है और वह दोषी महसूस कर रहा है कि वो अपने परिवार के आर्थिक रूप से समर्थन करने में असमर्थ है। जब प्रो. खन्ना ने विजय को न्यू इंडिया में विश्वास रखने के लिए प्रोत्साहित किया, तो उसने कहा, "एनआरआई आप सरीखे भारत क्यों नहीं वापस आते?"

शॉर्ट फिल्म 'टू न्यू इंडिया विद लव' विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कल यानी शुक्रवार 27अगस्त को रिलीज होगी। इसे दर्शक tvfilmclub के यूट्यूब चैनल पर देख सकते हैं।

तिरलोक मलिक के मुताबिक, "टू न्यू इंडिया विद लव' का उद्देश्य भारत के युवाओं को सशक्त बनाना है। फिल्म के दृश्य और बातचीत से पता चलता है कि कैसे कभी-कभी कोई बहस किसी के जीवन की दिशा बदल सकती है। बहुत से युवा भारत छोड़ना चाहते हैं, लेकिन उन सभी के लिए वीजा प्राप्त करना संभव नहीं है। इसके अलावा, प्रवास होना ही एक ऐसा विकल्प है जो व्यक्ति बनाता है और इसके साथ भावनात्मक कीमत जुड़ी होती है। लेकिन, आखिर में ये एक व्यक्ति पर निर्भर करता है।"

'टू न्यू इंडिया विद लव' में तिरलोक मलिक (प्रो. खन्ना के रूप में), आर्यन प्रताप सिंह (विजय के रूप में) और दलीप मैकक्यून हैं। पटकथा और संवाद मुर्तजा अली खान ने लिखा हैं। राकेश झरोटिया फिल्म के संपादक और सहायक निर्देशक हैं, जबकि विजय चौहान ने डीओपी के रूप में कार्य किया हैं। मुक्ता (एमयूकेटीए) एडवरटाइजिंग (कनाडा) के तुषार उनादकट को मीडिया के साथ उनकी मदद के लिए विशेष धन्यवाद दिया गया है।

'टू न्यू इंडिया विद लव' की कहानी का विचार त्रिलोक मलिक को तब आया था जब उन्होंने न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। तिरलोक मलिक ने कहा, ‘टू न्यू इंडिया विद लव’ में पीएम नरेंद्र मोदी जी द्वारा किए गए न्यू इंडिया के विजन की परिकल्पना की गई है। इसका उद्देश्य भारतीय युवाओं को एनआरआई की भूमिका के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करना है।“

 

 

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