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सैफ अली खान ‘ट्रिपल तलाक’ को मानते हैं बेकार

बीते कई महीनों से ट्रिपल तलाक का मुद्दा काफी गरमाया हुआ है। हाल में वॉट्सऐप, पत्र और टेलीफोन के माध्यम से दिए गए तलाक के बाद बॉलीवुड के 'नवाब' यानि सैफ अली खान इस मुद्दे पर शांत नहीं बैठ पाए। उन्होंने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह इस प्रथा से बिल्कुल भी सहमत नहीं है।
सैफ अली खान ‘ट्रिपल तलाक’ को मानते हैं बेकार

ट्रिपल तलाक पर अपनी बात रखते हुए सैफ ने कहा कि मैंने अमृता सिंह से निकाह किया था और कानूनी तौर पर उन्हें तलाक भी दिया था। उन्होंने आगे कहा कि मैंने करीना से भारत सरकार के प्रावधानों के तहत ही शादी की थी। सैफ ने ट्रिपल तलाक के बारे में कहा कि हां मैंने निकाह किया था, मेरे ऊपर मेरे बच्चों की जिम्मेदारियां थीं। उन्होंने कहा, मैं ट्रिपल तलाक की प्रथा को नहीं मानता और इसीलिए मैंने भी ऐसे तलाक नहीं लिया था। मैंने बाकायदा कानूनन तलाक लिया था।

सैफ ने दुनिया भर में इस्लाम के लिए बढ़ते डर के बारे में भी अपनी राय रखते हुए कहा, मुझे अपनी पहचान के कारण कभी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन दुनिया भर में इस्लाम के लिए नफरत और डर है, जो चिंताजनक है। मुसलमान को ऐसा लगता है कि उसे जबरन सताया जाएगा, उसके साथ भेदभाव किया जाएगा। मुस्लिम और यहूदी जैसी कोई बात नहीं होती है।

सैफ अली खान ने कहा कि लोग मुसलमान का एक चित्र खींच देते हैं और कहते हैं कि मुसलमान ऐसा करते हैं, वैसा करते हैं। सभी लोग की अलग पहचान होती है और जब हमें मुस्लिम कहकर पुकारा जाता है तो ये बहुत भयानक होता है।

गौरतलब है कि हैदराबाद की रहने वाली सुमायना नाम की एक महिला को उसके पति ने वॉट्सऐप पर तलाक लिखकर भेजा है। मैसेज में यह भी लिखा है कि ये उसका बर्थडे गिफ्ट है। नेटबॉल की नेशनल प्लेयर रही सुमायना इसलिए तलाक दे दिया गया क्योंकि उसकी एक बेटी है।

वहीं, गाजियाबाद में भी दो बहनों को तलाक देने का मामला सामने आया है। इन दोनों बहनों की शादी दो भाइयों से हुई थी। दोनों भाई सऊदी अरब में काम करते हैं। एक को लेटर में तलाक लिखा गया तो दूसरे ने फोन से बोल दिया।

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