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सिर्फ फिल्म ही नहीं असल जिंदगी में भी 'ट्रेजेडी क्वीन' थीं मीना कुमारी

अपनी बेहतरीन अदाकरी और संवाद अदायगी के दम पर दर्शकों के दिलों पर सीधे दिल पर दस्तक देने वाली भारतीय...
सिर्फ फिल्म ही नहीं असल जिंदगी में भी 'ट्रेजेडी क्वीन' थीं मीना कुमारी

अपनी बेहतरीन अदाकरी और संवाद अदायगी के दम पर दर्शकों के दिलों पर सीधे दिल पर दस्तक देने वाली भारतीय सिनेमा की ‘ट्रेजेडी क्वीन’ मीना कुमारी के 85वें जन्मदिन के मौके पर सर्च इंजन गूगल ने आज डूडल बनाकर उन्हें याद किया। भारतीय सिनेमा की खूबसूरत अभिनेत्री के 85वें जन्मदिन पर गूगल ने Meena Kumari's 85th Birthday नाम का डूडल बनाकर उन्हें याद किया है।

गूगल ने अपने डूडल में मीना कुमारी को लाल साड़ी का लुक दिया है, जिसमें वो बेहद खूबसूरत नजर आ रही हैं। इसमें मीना कुमारी आसमान में टिमटिमाते सितारों के बीच काफी गंभीर नजर आ रही हैं।

ऐसा रहा 'ट्रेजेडी क्वीन' का फिल्मी सफर

मीना कुमारी के फिल्मी सफर की बात करें तो मीना कुमारी ने सिनेमा में करीब तीन दशकों तक राज किया है। इनकी फिल्मों को आज भी क्लासिक श्रेणी में रखा जाता है। फिल्म ‘साहिब, बीवी और गुलाम’, परिणीता, फूल और पत्थर, दिल एक मंदिर, काजल और पाकीजा जैसी फिल्मों में उनके शानदार एक्टिंग के लिए लोग आज भी उन्हें याद करते हैं।

महजबीन बानो ऊर्फ मीना कुमारी की जोड़ी हिन्दी सिनेमा में गुरूदत्त, राजकुमार और देवानंद के साथ बेहद सुन्दर बनी। कौन भूल सकता है साहिब, बीबी और गुलाम की ‘छोटी बहू’ को या फिर पाकीजा की ‘माहजबीन’ या मेरे अपने की ‘आनंदी देवी’ को।

कई फिल्मफेयर अवॉर्ड किए अपने नाम

गुरूदत्त के साथ 1962 में आई साहिब , बीबी और गुलाम के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। उन्होंने बैजू बावरा, परिणिता और काजल के लिए भी यह पुरस्कार जीता। मीना कुमारी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 1939 में ‘लैदरफेस’ से की थी, लेकिन एक अदाकारा के तौर पर उन्हें पहचान वर्ष 1952 में आई फिल्म ‘बैजूबावरा’ से मिली।

अपने 30 साल के फिल्मी करियर में मीना कुमारी ने 90 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। फिल्मों के साथ-साथ असल जिंदगी में भी मीना कुमार के साथ कई दुखद हादसे हुए।

चार साल की उम्र में चाइल्ड ऐक्टर के तौर पर किया काम

फिल्मों में आने के बाद उन्हें मीना कुमारी के नाम से जाना गया। उन्होंने 4 साल की उम्र में एक चाइल्ड ऐक्टर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया था। सबसे पहले 1939 में उन्होंने फिल्म 'लैदरफेस' में बेबी महजबीं का रोल प्ले किया। इस फिल्म को निर्देशक विजय भट्ट ने निर्देशित किया था। उन्होंने करीब 33 साल के अपने कैरियर में 92 फिल्मों में ऐक्टिंग की।

मीना कुमारी का जन्म और करियर

मीना कुमारी का असली नाम महजबीन बेगम है। उनका जन्म 1 अगस्त 1932 को हुआ था। मीना कुमारी के माता-पिता इकबाल बेगम और अली बक्श थे और वह उनकी तीसरी बेटी थीं। ऐसा कहा जाता है कि जब मीना कुमारी का जन्म हुआ तो उनके माता-पिता के पास हॉस्पिटल की फीस भरने तक के पैसे नहीं थे।

इसके बाद, उन्होंने एक अनाथालय के बाहर अपनी बेटी को छोड़ने का फैसला किया। हालांकि, कुछ घंटों बाद ही उनका प्यार उन्हें वापस अनाथालय ले गया और वहां से वे बेबी महजबीं को वापस ले आए। 

महजबीन बानो ऊर्फ मीना कुमारी ने फिल्म निर्माता कमाल अमरोही से 1852 में निकाह कर लिया। कहा जाता है कि उन्होंने शादी तो की लेकिन उनकी शादी सफल नहीं हो पाई। अपनी असफल शादीशुदा जिंदगी के कारण उन्होंने शराब पीना शुरु कर दिया जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और लीवर फेल होने से उनकी मौत हो गई। 

 

उन्होंने अपनी फिल्म का किरदार ही अपनी जिंदगी में अपनाया। अपने आखिरी वक्त में भी मीना कुमारी के पास खुद को ठीक कराने के पैसे नहीं थे। उनके पास अस्पताल का बिल चुकाने तक के पैसे नहीं थे। उन्होंने 31 मार्च 1972 में आखिरी सांस ली।  

 

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