अभिनेता अमजद खान को फ़िल्म शोले में गब्बर के रोल के लिए कास्ट किया गया था। वह कास्ट होने वाले आखिरी कलाकार थे। उनसे पहले कई लोगों ने गब्बर का किरदार करना चाहा था।जब शूटिंग शुरू हुई तो अमजद खान को मुंबई से बैंगलौर पहुँचना था।वह फ्लाइट लेकर बैंगलौर के निकले।अभी फ्लाइट ने उड़ान भरी ही थी कि पता चला विमान के हाइड्रोलिक इंजन में कुछ तकनीकी खराबी आ गयी है।
सभी यात्रियों की जान हलक में अटक गयी।इसके बाद किसी तरह विमान को रास्ते में ही किसी एअरपोर्ट पर उतार लिया गया।कुछ चार-पांच घंटो के बाद विमान की तकनीकी खराबी ठीक कर ली गई।लेकिन यात्रियों ने इसमें यात्रा करने से मना कर दिया।अमजद खान को किसी भी तरह बैंगलौर पहुँचना था।अब उनके सामने दो रास्ते थे।या तो वो वह बैंगलौर न जाएँ और इस तरह रोल डैनी डेन्जोंगपा को मिल जाता,या दस साल के बाद मिले इस सुनहरे मौके को भुनाने के लिए इसी विमान में यात्रा करते हुए बैंगलौर जाएँ।अमजद खान ने विमान में यात्रा का फैसला किया।डर के आगे जीत है,ये बात अमजद खान ने साबित की। गब्बर सिंह के रोल ने उन्हें अमर कर दिया।
 
                                                 
                             
                                                 
                                                 
                                                 
			 
                     
                    