यूं तो रवींद्र जैन ने बॉलीवुड में अपने कॅरिअर की शुरुआत 'सौदागर' फिल्स से की थी और अपने लंबे संगीत कॅरिअर में उन्हें कई बार सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का पुरस्कार भी मिला मगर टीवी धारावाहिक रामायण में दिए उनके संगीत ने उन्हें देश के घर-घर में पहचाना जाने वाला नाम बना दिया। महज चार साल की उम्र में अपनी संगीत यात्रा आरंभ करनेवाले जैन ने बड़े और छोटे पर्दे पर कई उपलब्धियां हासिल की। वर्ष 1976 में आई फिल्म 'चितचोर' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। इसी प्रकार वर्ष 1985 में भारतीय सिनेमा के शो मैन कहे जाने वाले राजकपूर की फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक और 1991 में फिल्म राजकपूर के बेटों द्वारा बनाई गई फिल्म 'हिना' के गीत 'मैं हूं खुशरंग हिना...' के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। रवींद्र जैन सिर्फ संगीतकार ही नहीं बल्कि आला दर्जे के गीतकार भी थे ये हिना फिल्म के लिए मिले सर्वश्रेष्ठ गीतकार के पुरस्कार ने साबित किया।
संगीतकार रवींद्र जैन का निधन
                                बॉलीवुड के जाने-माने संगीतकार-गीतकार रवींद्र जैन का आज मुंबई के लीलावती में निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। जैन किडनी की समस्या से पीड़ित थे और पिछले दिनों यूरिनरी इंफेक्शन के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कल तक उनकी हालत स्थिर बताई जा रही थी मगर आज सुबह उनके निधन की खबर आई।
                            
                            
                        
                            Advertisement
                Advertisement
            
            Advertisement