Advertisement

नई ऊंचाई पर बंद होने से चूक गया बीएसई सेंसेक्स, रिलायंस में भारी उछाल

बीएसई सूचकांक बुधवार को रिकॉर्ड ऊंचाई छूने में सफल रहा लेकिन नई ऊंचाई पर बंद होने में दो अंक पीछे रह...
नई ऊंचाई पर बंद होने से चूक गया बीएसई सेंसेक्स, रिलायंस में भारी उछाल

बीएसई सूचकांक बुधवार को रिकॉर्ड ऊंचाई छूने में सफल रहा लेकिन नई ऊंचाई पर बंद होने में दो अंक पीछे रह गया। 325 अंकों से ज्यादा की उछाल पाने के बाद सेंसेक्स कारोबारी सत्र की समाप्ति पर 182 अंकों की बढ़त हासिल कर सका। सेंसेक्स में रिलायंस इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और इंडसइंड बैंक की तेजी से उछाल आया।

बीएसई सेंसेक्स 40,816.38 की नई ऊंचाई छूने के बाद 181.94 अंकों की बढ़त पाकर 40,651.64 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स 7 नवंबर 2019 का पिछला रिकॉर्ड स्तर पार करने में महज दो अंक पीछे रह गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 12,000 का आंकड़ा पाने से सिर्फ एक अंक पीछे रह गया। यह 59 अंक सुधरकर 11,999.10 पर बंद हुआ। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 12027 से भी आगे निकल गया।

रिलायंस जियो द्वारा टैरिफ बढ़ाने की घोषणा किए जाने के बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर भी चार फीसदी की तेजी के साथ नई ऊंचाई पर पहुंच गया। हालांकि बाद में थोड़ी नरमी के बाद 2.47 फीसदी की तेजी के साथ बंद हुआ। कारोबार के दौरान इसके शेयर ने 1571.85 रुपये का रिकॉर्ड स्तर छू लिया। रिलायंस जियो का बाजार पूंजीकरण 10 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया। बुधवार को इसका एम-कैप 980,699.59 करोड़ रुपये हो गया। रिलायंंस जियो रेगुलेटरी नियमों के चलते कॉल और डाटा की दरों में अगले कुछ हफ्तों में बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। इससे कंपनी का मुनाफा और सुधरने की संभावना है। भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया द्वारा इसी तरह घोषणा किए जाने के बाद जियो ने भी टैरिफ में बढ़ोतरी का फैसला किया है। जियो ने 2016 के बाद पहली बार दरें बढ़ाने की घोषणा की है।

इन शेयरों में दिखी उथल-पुथल

सन फार्मा का शेयर 5.73 फीसदी उछल गया जबकि इंडसइंड बैंक में 5.50 फीसदी और यस बैंक में 2.65 फीसदी की तेजी रही। एलएंडटी, मारुति, टेक महिंद्रा, आइटीसी और पावरग्रिड में भी तेजी रही। इसके विपरीत कोटक बैंक, एचडीएफसी, टाटा स्टील, एचयूएल, एसबीआइ और भारती एयरटेल में गिरावट रही।

आइआइएफएल सिक्योरिटीज के डायरेक्टर संजीव भसीन ने कहा कि बाजार आमतौर पर अर्थव्यवस्था की स्थिति और मूल्य में बढ़ोतरी की संभावनाओं के पीछे भागता है। इस समय तीन सकारात्मक संकेत हैं। कॉरपोरेट टैक्स में कटौती, बड़े सार्वजनिक उपक्रमों के प्रस्तावित विनिवेश और अमेरिका-चीन कारोबारी विवाद सुलझने की संभावना है। हमें उम्मीद है कि अगले साल 2020 में ग्रोथ अच्छी रहेगी।

ट्रंप की चेतावनी से एशियाई बाजार गिरे

एशिया के दूसरे बाजारों में शंघाई, हांगकांग, सियॉल और टोक्यो के बाजारों में नरमी का रुख रहा। बाजारों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी का असर दिखाई दिया। उन्होंने कहा कि अगर चीन के साथ कारोबार वार्ता फेल होती है तो उस पर और ज्यादा आयात शुल्क लगाया जाएगा।

डॉलर के मुकाबले रुपया लुढ़का

दूसरी ओर, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये 9 पैसे गिरकर 71.80 पर पहुंच गया। अमेरिका-चीन के बीच  कारोबारी वार्ता को लेकर चिंता होने से निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर पड़ा। कारोबारियों के अनुसार रुपये के अलावा एशिया की अधिकांश की अधिकांश करेंसी पर दबाव दिखाई दे रहा है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad