Advertisement

डेढ़ माह में सेंसेक्स 9,781 अंक नीचे, निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपये की चपत

कोरोना वायरस दुनियाभर के शेयर बाजारों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। इसकी चपेट में आकर गुरुवार को...
डेढ़ माह में सेंसेक्स 9,781 अंक नीचे, निवेशकों को 30 लाख करोड़ रुपये की चपत

कोरोना वायरस दुनियाभर के शेयर बाजारों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। इसकी चपेट में आकर गुरुवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 2,919.26 (8.18%) अंकों की ऐतिहासिक गिरावट के साथ बंद हुआ। एनएसई के निफ्टी में 868.25 (8.30%) अंकों की गिरावट रही और यह 9,590.15 पर बंद हुआ। यह बाजारों का 23 मार्च 2018 के बाद सबसे निचला स्तर है। सेंसेंक्स के सभी 30 शेयरों में गिरावट रही। भारत के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के शेयर सबसे ज्यादा 13.23 फीसदी लुढ़के। देश की सबसे अधिक मुनाफे वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज में 7.95 फीसदी की गिरावट रही। सेंसेक्स के 16 शेयर 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गए। निफ्टी के 50 में से 27 शेयरों ने 52 हफ्ते का निचला स्तर छुआ। इंडेक्स के लिहाज से देखें तो एनएसई में सरकारी बैंकों का इंडेक्स सबसे ज्यादा 12.5 फीसदी गिरा।

गुरुवार को 11.27 लाख करोड़ रुपये घट गया बीएसई का मार्केट कैप

सेंसेक्स ने इसी साल 20 जनवरी को 42,273.87 का उच्चतम स्तर छुआ था, और गुरुवार को यह 32,493.10 तक गिर गया। दो महीने से भी कम समय में बाजार 9,781 अंक यानी 23 फीसदी नीचे आ चुका है। इस दौरान बीएसई में लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप में 30.65 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई है। यह 156.51 लाख करोड़ रुपये से घटकर 125.86 लाख करोड़ रह गया है। गुरुवार को मार्केट कैप में 11.27 लाख करोड़ रुपये की गिरावट आई।

एशिया-यूरोप के दूसरे बाजारों में भी बड़ी गिरावट

यही हाल एशिया और यूरोप के दूसरे बाजारों का भी रहा। ऑस्ट्रेलिया के बाजार में 7.36 फीसदी, जापान में 4.4 फीसदी और हांगकांग में 3.6 फीसदी की गिरावट आई। यूरोपीय बाजार भी छह फीसदी के आसपास नीचे चल रहे हैं। बुधवार को अमेरिकी बाजारों में करीब पांच फीसदी गिरावट आने के बाद कुछ देर के लिए ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। अमेरिका का डाउ जोंस इंडेक्स हाल की ऊंचाई से 20 फीसदी गिर चुका है।

ब्रिटेन को छोड़ बाकी यूरोपवासियों पर ट्रंप ने लगाया प्रतिबंध

बुधवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया था। इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोप से अमेरिका आने वालों पर प्रतिबंध लगा दिया। राष्ट्र के नाम संबोधन में उन्होंने कहा कि यह प्रतिबंध 30 दिनों के लिए रहेगा। हालांकि ब्रिटेन को इससे अलग रखा गया है। इससे विश्व अर्थव्यवस्था के मंदी की चपेट में आने का खतरा बन गया है। दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1.24 लाख हो चुकी है और करीब 4,500 लोगों की जान जा चुकी है। चीन के बाद सबसे ज्यादा मौतें ईरान और इटली में हुई हैं।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad