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निसान मोटर्स के पूर्व चेयरमैन को जापान की कोर्ट ने 45 लाख डॉलर में दी जमानत, क्या है मामला

जापान की एक अदालत ने निसान मोटर्स के पूर्व चेयरमैन कार्लोस घोसन को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में...
निसान मोटर्स के पूर्व चेयरमैन को जापान की कोर्ट ने 45 लाख डॉलर में दी जमानत, क्या है मामला

जापान की एक अदालत ने निसान मोटर्स के पूर्व चेयरमैन कार्लोस घोसन को वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में जमानत दे दी है। इस मामले में घोसन (65) को 19 नवंबर को टोक्यो से गिरफ्तार किया गया था। जापान में घोसन के खिलाफ 4 मुकदमे दर्ज हैं।

जापान की अदालत ने कार्लोस घोसान को 45 लाख डॉलर में जमानत दी है। घोसन को कथित तौर पर वित्तीय कानूनों का उल्लंघन करने पर 19 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद वे जमानत पर बाहर आए, लेकिन फिर चार अप्रैल को गिरफ्तार कर लिए गए।

निसान के पूर्व सीईओ पर ये था आरोप

घोसन पर भरोसा तोड़कर माहौल बिगाड़ने का आरोप था। इस पर टोक्यो जिला लोक अभियोजक कार्यालय ने वित्तीय प्रतिभूतियां एवं विनियम अधिनियम के उल्लंघन के शक में निसान के चेयरमैन घोसन को गिरफ्तार किया था। उन्हें 19 नवंबर, 2018 को गिरफ्तार किया गया था। फिर उन्हें 6 मार्च, 2019 को जमानत मिली। नए आरोपों में घोसन ने 2016 से 2018 के दौरान 4 अरब येन (3.4 करोड़ डॉलर) आय कम करके दिखाई थी। उन पर नवंबर में भ्रष्टाचार,कंपनी के पैसे का निजी इस्तेमाल का भी आरोप लगा था। हालांकि घोसन सभी आरोपों को खारिज कर चुके हैं।

क्या कहता है जापान का कानून

जापानी कानून के अनुसार, किसी आरोपी को अलग-अलग आरोपों के लिए कई बार गिरफ्तार किया जा सकता है। यह अभियोजकों को लंबे समय तक उससे पूछताछ करने की अनुमति देता है। हालांकि, दुनियाभर में इस प्रणाली की आलोचना होती है।

उनके खिलाफ लगे सभी आरोप गलत हैं

दूसरी बार गिरफ्तारी के बाद घोसन ने अपने प्रवक्ता के जरिए कहा था कि यह निसान कंपनी के कुछ लोगों की अभियोजकों को गुमराह कर उन्हें चुप कराने की कोशिश है। उन्होंने कहा था कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप गलत हैं। वह निर्देष हैं और हार नहीं मानेंगे। इससे पहले उन्होंने बुधवार को ट्विटर पर कहा था कि वह अगले हफ्ते प्रेस कॉन्फ्रेंस में सच्चाई बताएंगे। बता दें वो घोसन ही थे जिन्होंने 20 साल पहले निसान कंपनी को दिवालिया होने से बचाया था।

बता दें कि जापान की सरकारी प्रसारण कंपनी एनएचके और अन्य मीडिया हाउसों ने कहा था कि आय कम बताने समेत अन्य गड़बड़ियों को लेकर अभियोजक ने घोसन से पूछताछ की थी। निसान ने बयान जारी कर कहा कि व्हिस्ल ब्लोअर की ओर से शिकायत मिलने के बाद घोसन के खिलाफ जांच शुरू की गई थी। जानकारी के अनुसार, घोसन ने इनमें से कुछ राशि का इस्तेमाल एक लग्जरी नाव खरीदने में किया है, जिसका इस्तेमाल घोसन एवं उसके परिजन करते थे।

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