Advertisement

रिटेल के बाद थोक महंगाई में भी गिरावट

रिटेल महंगाई के बाद थोक महंगाई के मोर्चे पर भी बड़ी राहत की खबर है। जून में डब्ल्यूपीआई यानी थोक महंगाई दर घटकर 0.9 फीसदी रह गई, वहीं मई में थोक महंगाई दर 2.17 फीसदी थी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई 2016 के बाद थोक महंगाई सबसे कम स्तर पर दिख रही है।
रिटेल के बाद थोक महंगाई में भी गिरावट

शुक्रवार को जारी थोक व्यापार के आंकड़े अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर लेकर आए। इससे पहले जून महीने में खुदरा महंगाई दर में भी अनुमान से ज्यादा गिरावट दर्ज की गई और यह सालाना दर पर 1.54 प्रतिशत पर पहुंच गया। पांच साल में पहली बार खुदरा महंगाई की रफ्तार इतनी धीमी पड़ी है।

ईंधन की थोक महंगाई दर मई के 11.69 फीसदी से घटकर 5.28 फीसदी रही है। खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर में भी काफी गिरावट देखी जा सकती है। यह -1.25 फीसदी रही है जो मई में 0.15 फीसदी के स्तर पर थी। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की थोक महंगाई दर मई के 2.55 फीसदी से घटकर 2.27 फीसदी पर आ गई है।

जून माह में आलू की कीमतों में 47.32 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं दाल की कीमतों में 25.47 फीसदी और प्‍याज की कीमतों में 9.47 फीसदी की गिरावट आई है।

खुदरा महंगाई और अब थोक महंगाई के मोर्चे पर मिल रही अच्छी खबर के बाद रिजर्व बैंक पर आगामी 2 अगस्त को होने वाली मौद्रिक नीति समीक्षा के दौरान ब्याज दरों में कटौती का दबाव होगा।

 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad