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ऐसे फैलाई जा रही हैं स्‍पाइसजेट के खिलाफ खबरें

कई ट्विटर अकांउट पर संदिग्ध तरीके से फैलाई जा रही हैं दिल्‍ली एयरपोर्ट पर हंगामें और 500 यात्रियों के फंसे होने की खबरें
ऐसे फैलाई जा रही हैं स्‍पाइसजेट के खिलाफ खबरें

नई दिल्‍ली। हर व्‍यक्ति को अपनी बात कहने का मौका देने वाला सोशल मीडिया दुष्‍प्रचार का बड़ा हथियार भी बनता जा रहा है। ताजा मामला एयरलाइंस स्‍पाइस जेट से जुड़ा है। शुक्रवार सुबह से ही दिल्‍ली हवाई अड्डे पर स्‍पाइस जेट की उड़ानों में देरी और यात्रियों के हंगामे होने की खबर तेजी से सोशल मीडिया में फैलनी शुरू हुई। इससे पहले कि एयरलाइंस अपनी सफाई में कुछ कहती, 500 यात्रियों के फंसे होने और एयरपोर्ट पर हंगामे की खबर इंटरनेट पर अाग की तरह फैल गई। जब आउटलुक ने इस मामले की पड़ताल की तो कई ऐसे संदेहास्‍पद ट्विटर अकाउंट सामने आए जो खबर को तेजी से फैलाने में जुटे हैं। 

 

 

हैरानी की बात यह है कि सुबह 9 बजकर 48 मिनट पर एक साथ कई अकाउंट से बिल्‍कुल एक जैसा मैसेज प्रचारित किया गया। इनमें से कई अकाउंट प्रथम दृष्‍टया फर्जी या संदेहास्‍पद लगते हैं। हालांकि, स्‍पाइसजेट की तीन उड़ानें काफी लेट होने की बात सही है। लेकिन फिर भी हालात उतने बेकाबू नहीं थे, जितना 500 यात्रियों के फंसे होने का प्रचार किया गया। यह एक बानगी भर है कि किस प्रकार सोशल मीडिया का इस्‍तेमाल किसी व्‍यक्ति या संगठन के खिलाफ खबरें फैलाने के लिए किया जा रहा है। पिछले दिनों मैगी विवाद में भी जांच पूरी होने से पहले ही मैगी को खतरनाक करार देने को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे।   

स्‍पाइस जेट  चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर संजीव कपूर ने कहा, 'हमने जानबूझ कर विमानों की उड़ान में देरी नहीं की है। प्रभावित यात्रियों के लिए वह सब कुछ किया जो हमारे हाथ में था, लेकिन कर्मचारियों पर हमले को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वे लोग अपना काम कर रहे हैं।' तीन उड़ानों में हुई देरी होने की बात को स्वीकार करते हुए एयरलाइन ने कहा, 'एक विमान खराब मौसम के कारण कोलकाता में खराब मौसम की वजह से बागडोगरा में फंसा रहा जबकि दूसरा विमान एक मेडिकल इमरजेंसी के चलते मदुरै में खड़ा रहा। जिसके चलते उड़ानों में बहुत ज्‍यादा विलंब हुआ।' स्‍पाइस जेट की लेट हुईं तीन उड़ानों में दो मुंबई और एक बेंगलुरु के लिए थीं।
 
 
 
 
 
 
 

 

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