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मूडीज ने भारत का विकास दर अनुमान घटाकर 5.6 फीसदी किया, उपायों को नाकाफी बताया

ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी चालू वर्ष में भारत की विकास दर का अनुमान 5.8  फीसदी से घटाकर 5.6...
मूडीज ने भारत का विकास दर अनुमान घटाकर 5.6 फीसदी किया, उपायों को नाकाफी बताया

ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी चालू वर्ष में भारत की विकास दर का अनुमान 5.8  फीसदी से घटाकर 5.6 फीसदी कर दिया है। मूडीज ने विकास दर सुधारने के लिए सरकार के उपायों को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि इससे खपत मांग की व्याप्त कमजोरी दूर नहीं होगी।

पिछले सप्ताह आउटलुक निगेटिव किया था

मूडीज की इन्वेस्टर सर्विस ने कहा कि भारत की आर्थिक सुस्ती पिछले अनुमान से कहीं ज्यादा लंबी खिंच सकती है। हमने विकास दर का अनुमान घटाकर 5.6 फीसदी किया है। पिछले साल 7.4 फीसदी विकास दर रही थी। मूडीज ने पिछले अक्टूबर में 2019-20 की विकास दर का अनुमान 6.2 फीसदी से घटाकर 5.8 फीसदी कर दिया था। पिछले सप्ताह उसने भारत का आउटलुक भी स्थिर से घटाकर निगेटिव कर दिया था।

अगले साल से सुधार की उम्मीद

मूडीज ने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक 2020-21 में कहा है कि भारत में आर्थिक गतिविधियां अगले साल सुधरने की संभावना है। इससे विकास दर वर्ष 2020 में 6.6 फीसदी और 2021 में 6.7 फीसदी होने का अनुमान है। हालांकि सुधार की रफ्तार पिछले समय के धीमी ही रहने की संभावना है।

मध्य 2018 से अर्थव्यवस्था पर दबाव

रेटिंग एजेंसी का कहना है कि भारत की विकास दर पर दबाव पिछले साल के मध्य से आने लगा और रफ्तार करीब आठ फीसदी से घटकर पांच फीसदी पर रह गई। बेरोजगारी तेजी से बढ़कर जबकि निवेश गतिविधियां सुस्त पड़ गईं। हालांकि अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ी चिंता कमजोर मांग है।

सरकारी उपायों से नहीं सुधरेगी मांग

आर्थिक रफ्तार सुधारने के लिए सरकार के उपायों पर मूडीज का कहना है कि इससे कमजोर मांग में सुधार नहीं होगा। सरकार ने सितंबर में कॉरपोरेट टैक्स में भारी कटौती की। नई मैन्यूफैक्चिरंग कंपनियों को और भी रियायतें दी। इसके अलावा बैंकों के पुनर्पूंजीकरण, सरकारी बैंकों के विलय, ऑटो सेक्टर को मदद, बुनियादी विकास पर खर्च बढ़ाने की योजना और स्टार्टअप्स को टैक्स रियायतों जैसे कदम उठाए गए। आरबीआइ भी ब्याज दर में लगातार कटौती कर रहा है।

लेकिन सरकार की नजर में सब कुछ ठीक

देश-दुनिया की तमाम एजेंसियों द्वारा विकास दर सुस्त रहने के अनुमान के बीच वित्त मंत्रालय ने पिछले दिनों कहा कि फंडामेंटल मजबूत हैं। महंगाई नियंत्रण में है और बांड पर ब्याज कम है। देश में लघु और मध्यमकालिम आधार पर मजबूत िवकास दर की उम्मीद बनी रहेगी। मोदी सरकार के मंत्री आर्थिक सुस्ती के संकेतों को नकारते रहे हैं। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने पिछले महीने तर्क दिया कि जब फिल्में जोरदार कमाई कर रही हैं तो विकास दर सुस्त कैसे हो सकती है।

किसका क्या अनुमान (विकास दर फीसदी में)

एजेंसी          ताजा अनुमान

आइएमएफ            6.1

एसबीआइ             5

आरबीआइ             6.1

इंडिया रेटिंग           6.1

कोटक बैंक           4.7   

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