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सुषमा ‘शांडिल्य’

‘सुमित्रानंदन पंत’ - ‘प्रकृति के सुकुमार कवि’, छायावादी चतुष्टय के चार स्तंभों में अग्रणी

‘सुमित्रानंदन पंत’ - ‘प्रकृति के सुकुमार कवि’, छायावादी चतुष्टय के चार स्तंभों में अग्रणी

सुमित्रानंदन पंत’ हिंदी साहित्य में छायावादी चतुष्टय के चार स्तंभों में अग्रणी महाकवि माने गए हैं...
‘जे. कृष्णमूर्ति’ - विश्वपटल पर भारत की आध्यात्मिकता स्वर्णाक्षरों में अंकित करने वाली दिव्य महान विभूति

‘जे. कृष्णमूर्ति’ - विश्वपटल पर भारत की आध्यात्मिकता स्वर्णाक्षरों में अंकित करने वाली दिव्य महान विभूति

‘जे. कृष्णमूर्ति’ यानि ‘जिद्दू कृष्णमूर्ति’ विश्वविख्यात महान दार्शनिक, सर्वाधिक कुशल...
जयंती विशेष : दादा साहब फाल्के - भारतीय सिनेमा में अमूल्य योगदान देने वाले, भारतीय सिनेमा के पितामह

जयंती विशेष : दादा साहब फाल्के - भारतीय सिनेमा में अमूल्य योगदान देने वाले, भारतीय सिनेमा के पितामह

दादा साहब फाल्के ने फिल्मों के निर्माण-निर्देशन, पटकथा-लेखन के द्वारा भारतीय सिनेमा में अमूल्य योगदान...
जयंती विशेष - अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ - हिंदी साहित्य में द्विवेदी युग के प्रमुख प्रतिनिधि एवं खड़ी बोली के निर्विवाद प्रथम महाकवि

जयंती विशेष - अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ - हिंदी साहित्य में द्विवेदी युग के प्रमुख प्रतिनिधि एवं खड़ी बोली के निर्विवाद प्रथम महाकवि

  ‘अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ जी का नाम, खड़ी बोली को काव्य-भाषा के रूप में स्थापित करने वाले...
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