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यादें: ट्विंकल के लिए दांव पर दसवीं... गतांक से आगे

गतांक से आगे... सो, निर्णय हुआ कि कोई बात नहीं जब आएं हैं तो फ़िल्म तो देखनी ही है चाहे नाईट शो ही सही। महेश...
यादें: ट्विंकल के लिए दांव पर दसवीं... गतांक से आगे

गतांक से आगे...

सो, निर्णय हुआ कि कोई बात नहीं जब आएं हैं तो फ़िल्म तो देखनी ही है चाहे नाईट शो ही सही। महेश बाबू ने नाईट शो में ट्विंकल को कहते देखा, करते हैं हम भी तुमसे प्यार और महेश डूबते उतराते हथुआ लौटे।

रात के डेढ़ बजे के आसपास वह डेरे पर आए सोते सोते 3 बजे गए, ट्विंकल अब भी मुस्कुराकर नाच रही थी - महेश! करते हैं हम भी तुमसे प्यार।

महेश सोए और ऐसे सोए की दसवीं का वह एलिमेंट्री मैथ्स का पेपर आधा सफर पूरा कर चुका था।

रिजल्ट वही हुआ जिसका शिक्षकों को डर था। ट्विंकल भी अब नहीं थी उसकी बेवफाई ने अधिक परेशान किया महेश को पर गीत न छूटा। बस भाव वही था कि पाउँ कहाँ हरि हाय तुम्हें। पर कमबख्त किसी ट्विंकल को क्या पता कि उसकी एक अदा पर धरती के किसी छोर पर किसी दीवाने महेश ने दसवीं का फेल होना चुना था।

(लेखक दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं)

 

 

 

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