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कला-संस्कृति

समावेशी संस्कृति का संगीत

हाल ही में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर द्वारा आयोजित संगीत संध्या में शास्त्रीय गायन में उभरती गायिका...

भरतनाट्यम की लालित्यपूर्ण भंगिमाएं

भरतनाट्यम दक्षिण भारत की प्रमुख और समृद्ध नृत्य शैली है। उत्तर भारत में बाहरी अक्रमणों से यहाँ का...

सोशल मीडिया: लोकप्रिय बनाम अदबी शायरी

उर्दू शायरी बुनियादी तौर पर महफ़िलों में सुनने-सुनाने और लोक में प्रिय बनने का एक अहम साधन रही है लेकिन...

शायराना युवा पीढ़ी: ये जो हल्का हल्का सुरूर है...

वाकई! नई नस्ल, युवा पीढ़ी कविताई, शायराना हुई जा रही है!! हैरत है भी और नहीं भी। हैरत इसलिए कि उदारीकरण और...

फिडे विश्व कप उपविजेता प्रज्ञानानंदा को खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने किया सम्मानित

अंतर्राष्ट्रीय शतरंज महासंघ FIDE विश्व कप 2023 के उपविजेता आर प्रज्ञानानंदा इन दिनों खेल जगत में छाए हुए...

हिंदी की प्रमुख व्यंग्य पत्रिका "मतवाला" के सौ साल, गिरफ्तार हुए थे इसके संपादक

आज से ठीक 100 साल पहले 26 अगस्त 1923 को कोलकाता से हिंदी की प्रमुख व्यंग्य पत्रिका "मतवाला" का प्रकाशन हुआ था...

जावेद अख्तर : उर्दू दिलों को जोड़ती है

जावेद अख्तर हिंदुस्तान के ऐसे वाहिद शख्स हैं, जिनका जितना दखल बतौर स्क्रिप्ट लेखक और गीतकार हिंदी...

पुस्तक समीक्षा : 'समय से परे स्वर छंदों की यात्रा'

लब्ध प्रतिष्ठ सरोद वादक तथा संगीत इतिहासकार, प्रो सी एल दास द्वारा बिहार, विशेष रूप से पटना की...

बिंदु सिन्हा : लोकनायक जयप्रकाश की भांजी, जिन्होंने साहित्य जगत में कहानी लेखन से पहचान बनाई

हिंदी साहित्य की मुख्यधारा में बहुत ऐसे लेखक रहे जो चुपचाप साहित्य सृजन करते रहे।गुटों से दूर...

ताराशंकर बंद्योपाध्याय - बंगाली भाषा के सर्वाधिक प्रसिद्ध संवेदनशील उपन्यासकार

ताराशंकर बंदोपाध्याय 20वीं शताब्दी के तीसरे दशक के प्रमुख बंगाली उपन्यासकारों में थे जिन्होंने...

विश्व विख्यात चित्रकार सय्यद हैदर रजा की स्मृति में हुआ आयोजन, कलाप्रेमियों ने किया महान चित्रकार को याद

पद्म विभूषण से सम्मानित विश्व विख्यात चित्रकार सय्यद हैदर रजा दुनिया के एक मात्र ऐसे कलाकार थे,...

स्मृति: मिलान कुन्देरा । किसी का चुपचाप बोलना

मिलान कुन्देरा नहीं रहे! मैंने तुरंत देखा कि वे कहां थे जब उनकी मृत्यु हुई? इसलिए नहीं कि मुझे यह पता...

चंदा मामा से चंद्रयान 3 तक : चांद तेरे रूप अनेक

पूरे एशियाई समाज के लिए चाँद परिवार के सदस्य की तरह है। बचपन में वो चंदा मामा है और जवानी में वो माशुका...

जाने-माने चित्रकार नंबूथिरी का निधन, 98 वर्ष में ली अंतिम सांस

देश के प्रसिद्ध साहित्यिक चित्रकारों में शामिल नंबूथिरी का गुरूवार देर रात निधन हो गया। वह 98 वर्ष के...


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