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कला-संस्कृति

‘बेलगाम घोड़ा’ को पुरस्कार, एनबीटी निकालेगा बाल-साहित्य समाचार

‘बेलगाम घोड़ा’ को पुरस्कार, एनबीटी निकालेगा बाल-साहित्य समाचार

वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक पंकज चतुर्वेदी और चिकित्सक डा. प्रदीप शुक्ल को उन‌की कुतियों क्रमशः बेलगाम घोड़ा और गुल्लू का गांव के लिए वर्ष 2016 के हरिकृष्ण देवसरे बाल-साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। न्यास ने देवसरे बाल-साहित्य समाचार-पत्र निकालने की घोषणा भी की।
‘तसलीमा-रुश्दी नहीं दिखेंगे अगले लिटफेस्ट के मंच पर’

‘तसलीमा-रुश्दी नहीं दिखेंगे अगले लिटफेस्ट के मंच पर’

जयपुर साहित्य महोत्सव में बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के बोलने का विरोध होने के बाद आयोजकों ने कहा कि उन्हें पुन: आमंत्रित नहीं करने के प्रदर्शनकारियों के अनुरोध पर विचार होगा। जब कि मेहरूनिसा के मुताबिक उन्हें व रुश्दी को मंच नहीं दिया जाएगा।
कोई बदलावों से अप्रभावित नहीं रह सकता : गुलजार

कोई बदलावों से अप्रभावित नहीं रह सकता : गुलजार

बॉलीवुड को कई हिट गाने देने वाले दिग्गज कवि-गीतकार गुलजार ने आज कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने देश में घटित होने वाली घटनाओं से अछूता नहीं रह सकता है और लोगों को अपने आसपास के परिवर्तन के बारे में सोचने और महसूस करने की जरूरत है। गुलजार ने यह बात जयपुर में अपनी नयी पुस्तक सस्पेक्टेड पोएम्स के विमोचन के अवसर पर कही।
अनामिका को  वाणी  फाउंडेशन गणमान्य पुरस्कार

अनामिका को वाणी फाउंडेशन गणमान्य पुरस्कार

वाणी की निदेशक अदिति माहेश्वरी-गोयल की ओर से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार देश के उन अनुवादकों को दिया जाता है जिन्होंने निरंतर और कम से कम दो भारतीय भाषाओं के बीच साहित्यिक और भाषाई सम्बन्ध विकसित करने में गुणात्मक योगदान दिया है| इसी आधार पर अनामिका को नमिता गोखले, संस्थापक और सह-निदेशक, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल; नीता गुप्ता, निदेशक, जयपुर बुक मार्क और संदीप भुटोरिया, सांस्कृतिक आलोचक के निर्णायक मंडल ने चुना है।
बल्देव भाई ने लिखा है समकालीन इतिहास : दत्तात्रेय

बल्देव भाई ने लिखा है समकालीन इतिहास : दत्तात्रेय

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष बल्देव भाई शर्मा की दो पुस्तकों ‘मेरे समय का भारत’ और ‘आध्यात्मिक चेतना और सुगंधित जीवन’ का विमोचन आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने किया।
प्रगति मैदान में मिलेंगे अगले साल, अब गुवाहाटी की तैयारी

प्रगति मैदान में मिलेंगे अगले साल, अब गुवाहाटी की तैयारी

पुस्तक प्रेमियों की भीड़ भरी यादों के साथ प्रगति मैदान का नई दिल्ली पुस्तक मेला, ‘मिलेंगे फिर अगले साल जनवरी में’ संदेश के साथ संपन्‍न हुआ। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास फिलहाल इसी माह की 28 तारीख से शुरू होने वाले तीन दिवसीय ब्रह्मपुत्र साहित्य उत्सव, गुवाहाटी की तैयारी में लग गया है।
‘प्रबंधकाव्य न भी मानें, तो एक काव्यप्रबंध है इंद्रप्रस्‍थ में’

‘प्रबंधकाव्य न भी मानें, तो एक काव्यप्रबंध है इंद्रप्रस्‍थ में’

‘महाभारत के बहाने आज की नारी की संघर्षगाधा को शब्द देती है, वरिष्ठ कवि उपेन्द्र कुमार की काव्य-कृति इंद्रप्रस्‍थ ।’ कल शाम पुस्तक मेला के सेमिनार मंच पर कृति-चर्चा में शामिल विद्वान वक्ताओं ने कहा।
पुस्तक मेले का आकर्षण बना थीम मंडप

पुस्तक मेले का आकर्षण बना थीम मंडप

विश्व पुस्तक मेला में इस बार की थीम ‘मानुषी’ पर बना विशेष मंडप यहां आने वाले पुस्तक प्रेमियों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है, तो साहित्यिक/सांस्कृतिक मंच पर चल रही गतिविधियों के साथ ही बाल मंडप भी लोगों को खास लुभा रहा है।
खराब नेटवर्क, छुट्टे की कमी से पुस्तक मेले का मजा किरकिरा

खराब नेटवर्क, छुट्टे की कमी से पुस्तक मेले का मजा किरकिरा

नोटबंदी के दो माह बाद आयोजित हो रहे विश्व पुस्तक मेले में उम्मीद थी कि मेले को नकदी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा और प्रकाशक नकदी रहित लेन-देन के जरिये अपनी किताबें बेच लेंगे, लेकिन रुक-रुककर चलने वाले नेटवर्क और 2,000 रुपये के नोट के छुट्टे न मिल पाने से प्रकाशकों का किताब बिक्री का खेल बिगड़ रहा है।
प्रगति मैदान में शुरू हुआ किताबों का महाकुंभ

प्रगति मैदान में शुरू हुआ किताबों का महाकुंभ

बढ़ी सर्दी को धता बताते हुए पुस्तक प्रेमियों के जमावड़े के साथ आज नई दिल्ली विश्व पुस्तक मेला शुरू हो गया। उद्घाटन संबोधन में मानव संसाधन राज्य मंत्री ने आशा व्यक्त की कि मेले के प्रभाव से महिलाओं का सम्मान बढ़ेगा।
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