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जिनके सामने बड़े स्टार भी पड़े फीके

आइपीएल के 11वें सीजन में अनकैप्ड प्लेयर्स का जलवा
दमखमः सिद्धार्थ कौल

आइपीएल का 11वां सीजन गजब की इबारतें लेकर आया है। जहां उम्रदराज खिलाड़ी अपनी चमक से टी-20 क्रिकेट के मायने बदलते दिख रहे हैं, वहीं एकदम नए-नवेले खिलाड़ियों ने अपने बल्ले और गेंद की दिलकश फनकारी से सुर्खियां बटोरने का हौसला दिखाया है। खास यह कि इतनी तादाद में अनकैप्ड प्लेयर (जिन्होंने एक भी इंटरनेशनल मैच नहीं खेला) इसके पहले आइपीएल के किसी सीजन में नहीं आए। चाहे वह सूर्यकुमार यादव हो या नीतीश राणा, ईशान किशन, पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, के. गौतम, मयंक मार्कंडेय, दीपक चाहर या फिर सिद्धार्थ कौल। ये सभी तो भारतीय खिलाड़ियों के नाम हैं। विदेशी अनकैप्ड प्लेयर भी अपने प्रदर्शन की अलग छाप छोड़ने में पीछे नहीं हैं। इनमें सबसे पहला नाम आता है वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर का, जो राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा हैं और महज सात मैचों में ही 14 विकेट ले चुके थे।

अनकैप्ड प्लेयर्स के शानदार प्रदर्शन पर वरिष्ठ खेल पत्रकार जी. राजारमन कहते हैं, “आइपीएल में यह खासियत है कि आप बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलते हैं। उनकी तैयारियों को देखते हैं और फिर जब आपको मौका और कप्तान का साथ मिलता है तो किसी को भी सफलता मिलेगी।” जी. राजारमन बिलकुल सही हैं, क्योंकि आइपीएल के पिछले दस संस्करण की बात करें तो कोई न कोई नया और अनजान खिलाड़ी अपने टैलेंट का लोहा मनवा चुका है। चाहे वह कुलदीप यादव हों या फिर हार्दिक पांड्या। इन सबमें एक बात कॉमन थी कि ये सभी अनकैप्ड प्लेयर थे और आइपीएल में प्रदर्शन की बदौलत ही नेशनल टीम में जगह बनाई है।

इस बार अनकैप्ड खिलाड़ियों का उनके प्रदर्शन से आकलन करें तो सूर्यकुमार यादव ने मुंबई इंडियंस के लिए अभी तक 12 पारियां खेली हैं और सबसे ज्यादा रन बनाने के मामले में वे शीर्ष दस बल्लेबाजों की फेहरिस्त में शामिल हैं। अभी तक आइपीएल में वे कुल पांच अर्धशतक लगा चुके हैं और इनमें से चार उन्होंने इसी सीजन में लगाए हैं। इसी तरह कोलकाता नाइट राइडर्स ने नीतीश राणा में भरोसा जताया और उन्होंने अपनी टीम के लिए कई मैच ‌जिताऊ पारियां खेली हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 95 रन है। उन्होंने कुल 11 मैचों में 251 रन बनाए हैं। उन्होंने गेंदबाजी से भी कमाल दिखाया, जब महज 11 रन देकर दो विकेट लिए। इनके अलावा अंडर-19 के खिलाड़ियों में पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल और शिवम मावी ने भी अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। पृथ्वी को दिल्ली ने देर से मौका दिया, फिर भी सात मैचों में वे 216 रन बना चुके हैं।

अनकैप्ड खिलाड़ियों में गेंदबाजों ने भी दमखम दिखाया है। इनमें पहला नाम आता है, मुंबई इंडियंस के फिरकी गेंदबाज मयंक मार्कंडेय का। अपने पहले विकेट के तौर पर महेंद्र सिंह धोनी को पवेलियन भेजकर उन्होंने शानदार शुरुआत की और अभी तक कुल 11 मैचों में 14 विकेट ले चुके हैं। वहीं, सनराइजर्स हैदराबाद के तेज गेंदबाज सिद्धार्थ कौल 11 मैचों में 13 विकेट ले चुके थे। कौल 2008 की अंडर-19 वर्ल्डकप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। अपने प्रदर्शन की बदौलत उन्हें भारतीय टीम के लिए चुना भी गया, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मैच में पदार्पण करना अभी बाकी है। पांड्या बंधुओं में सबसे बड़े कुणाल पांड्या मुंबई इंडियंस के लिए लगातार बेहतरीन प्रदर्शन करते आ रहे हैं। इस सीजन में भी वे बल्ले और गेंद से कमाल दिखा रहे हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का भी नाम इस साल के सफल अनकैप्ड खिलाड़ियों में शीर्ष पांच में है। वे 12 मैचों में 250 रन बना चुके हैं।

अनकैप्ड प्लेयर्स के अलावा अफगानिस्तान के दो युवा खिलाड़ियों की भी वाहवाही हर तरफ हो रही है। इनमें राशिद खान तो आइपीएल के 10वें सीजन में भी शानदार प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन इस बार 17 वर्षीय अफगानी फिरकी गेंदबाज मुजीब-उर-रहमान ने महज 11 मैचों में 14 विकेट लेकर सनसनी ही मचा दी।

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