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सेंसेक्स 587 अंकों की गिरावट से 6 माह के निचले स्तर पर, पैकेज नहीं मिलने की आशंका से बढ़ी बिकवाली

औद्योगिक क्षेत्रों की सुस्ती दूर करने के लिए राहत पैकेज की संभावना क्षीण होने, बैंकों और एनर्जी...
सेंसेक्स 587 अंकों की गिरावट से 6 माह के निचले स्तर पर, पैकेज नहीं मिलने की आशंका से बढ़ी बिकवाली

औद्योगिक क्षेत्रों की सुस्ती दूर करने के लिए राहत पैकेज की संभावना क्षीण होने, बैंकों और एनर्जी सेक्टर में भारी बिकवाली और ग्लोबल चिंताओं के चलते शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई। मुंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 587 अंक लुढ़ककर छह महीने के निचले स्तर पर आ गया।

सूचकांक डेढ़ फीसदी से ज्यादा लुढ़के

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 587.44 अंक यानी 1.59 फीसदी लुढ़ककर 36,472.93 पर रह गया। दिन के कारोबार में सेंसेक्स ने 36,391.35 का निचला स्तर और 37,087.58 का उच्च स्तर छुआ। 50 शेयरों का एनएसई निफ्टी सूचकांक भी 177.35 अंक यानी 1.62 फीसदी गिरकर 10,741.35 पर रह गया। निफ्टी 10,718.30 और 10,908.25 के बीच घूमता रहा।

यस बैंक ने 14 फीसदी का गोता लगाया

शेयरों की बात करें तो यस बैंक में सबसे ज्यादा 13.91 फीसदी की गिरावट रही। वेदांता, बजाज फाइनेंस और टाटा मोटर्स में 7.76 फीसदी की गिरावट रही। इसके अलावा ओएनजीसी, एसबीआइ, हीरो मोटोकॉप, आइसीआइसीआइ बैंक, टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी, और रिलायंस भी नरमी के साथ बंद हुए। इसके विपरीत टेक महिंद्रा, टीसीएस, एचयूएल और एचसीएल 1.57 फीसदी की मामूली तेजी पाने में सफल हो पाए।

मुख्य आर्थिक सलाहकार के बयान से निराशा

कारोबारियों के अनुसार निवेशकों के सेंटीमेंट पर मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमणियन के उस बयान का नकारात्मक असर पड़ा जिसमें उन्होंने राहत पैकेज दिए जाने की संभावना से इन्कार किया था। सुब्रमणियन ने एक कार्यक्रम में कहा था कि अगर आप उम्मीद कर रहे हैं कि आर्थिक परेशानी के समय हर बार सरकार करदाताओं का इस्तेमाल करके मदद के लिए आगे आए तो मुझे लगता है कि इससे नैतिक समस्या पैदा होगी और एक ऐसी समस्या स्थिति पैदा होगी जिसमें फायदा तो प्राइवेट सेक्टर को मिले लेकिन नुकसान समाज के सिर पर मढ़ दिया जाए।

विदेश में भी बाजार असहज स्थिति में

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के जेक्सन होल, व्योमिंग में बयान से पहले ग्लोबल मार्केट में भी घबराहट का माहौल था। हालांकि एशिया में शंघाई कपोजिट इंडेक्स और निक्केई मजबूत पाकर बंद होने में सफल रहे। हैंग सेंग और कोपसी नुकसान के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजारों में शुरूआती सत्र में शेयर नुकसान में थे।

रुपया छह माह के निचले स्तर पर

इस बीच, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे गिरकर 71.88 के स्तर पर बंद हुआ। रुपया भी गिरकर करीब छह महीने के निचले स्तर पर आ गया है। जबकि ग्लोबल मार्केट में ब्रेंड क्रूड ऑयल 0.65 फीसदी बढ़कर 60.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

सोने में नित नई ऊंचाई, 39 हजार के करीब

दूसरी ओर सोने में तेजी का तूफान गुरुवार को भी जारी रहा और इसका भाव 150 रुपये बढ़कर 38,970 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। कारोबारियों के अनुसार रुपये में गिरावट और शेयर बाजार में गिरावट के कारण सुरक्षित निवेश के लिए मांग बढ़ने से सोने में तेजी का दौर जारी रहा। यही कारण है कि सोना रोजाना नई ऊंचाई छू रहा है। चांदी भी 60 रुपये की तेजी के साथ 45,100 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।

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