Advertisement

डीयू छात्र संघ चुनाव के बाद हैदराबाद यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी को झटका, सभी पदों पर हारी

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में दो अहम पदों पर हार के बाद अब हैदराबाद केंद्रीय यूनिवर्सिटी...
डीयू छात्र संघ चुनाव के बाद हैदराबाद यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी को झटका, सभी पदों पर हारी

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में दो अहम पदों पर हार के बाद अब हैदराबाद केंद्रीय यूनिवर्सिटी (एचसीयू) के छात्र संघ चुनाव में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) को तगड़ा झटका लगा है।

स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया और अंबेडकर स्टूडेंट एसोसिएशन के गठबंधन वाली एलायंस फॉर सोशल जस्टिस (एएसजे) ने शुक्रवार को आए नतीजों में सभी पदों पर जीत हासिल की। एएसजे ने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, संयुक्त सचिव, खेल सचिव और सांस्कृतिक सचिव के पद पर कब्जा जमाया है। 

श्रीराग पी. छात्र संघ के नए अध्यक्ष के तौर पर चुने गए है। श्रीराग ने एबीवीपी-ओबीसीए गठबंधन के उम्मीदवार के. पलसानिया और एनएसयूआई अंजु राव को हराया। आरिफ अहमद को महासचिव चुना गया है। वही इस जीत की ख़ुशी में छात्रों ने कहा कि लग रहा है रोहित वेमुला लौटकर हम सब के बीच फिर से आ गये हैं।

वहीं अटेंडेंस कम होने की वजह से उपाध्यक्ष पद पर निर्वाचित उम्मीदवार का चुनाव रद्द कर दिया गया। इस पद पर एएसजे उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। उनकी उम्मीदवारी अयोग्य घोषित किए जाने के खिलाफ छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसलिए आधिकारिक तौर पर इस पद के नतीजों का ऐलान नहीं किया गया।

इससे पहले 13 सितंबर को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में कांग्रेस की स्टूडेंट विंग (NSUI) ने अध्यक्ष पद और उपाध्यक्ष पद कब्जा जमाकर एबीवीपी को झटका दिया था। वहीं राजस्थान यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में भी एबीवीपी और एनएसयूआई छात्र संगठनों को बड़ा झटका लगा था। यहां निर्दलीय उम्मीदवार पवन यादव ने एबीवीपी और एनएसयूआई प्रत्याशियों को शिकस्त देते हुए विजय हासिल की थी।

हैदराबाद यूनिवर्सिटी पिछले साल रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद सुर्खियों में आई थी। आरोप था कि रोहित वेमुला को हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल से निकाल दिया था, इसके बाद रोहित वेमुला ने खुदकुशी कर ली थी। रोहित वेमुला आंबेडकर स्टूडेंट्स एसोसिएशन से जुड़े थे। बंडारू दत्तात्रेय ने इस संगठन को राष्ट्रविरोधी बताते हुए कार्रवाई लिए शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी को चिट्ठी लिखी थी। 

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement